रानी कमलापति के बाद MP का ये रेलवे स्टेशन बनेगा वर्ल्ड क्लास, मिलेंगी एयरपोर्ट जैसी सुविधाएं, खर्च होंगे 500 करोड़

रानी कमलापति के बाद MP का ये रेलवे स्टेशन बनेगा वर्ल्ड क्लास, मिलेंगी एयरपोर्ट जैसी सुविधाएं, खर्च होंगे 500 करोड़
रानी कमलापति के बाद MP का ये रेलवे स्टेशन बनेगा वर्ल्ड क्लास, मिलेंगी एयरपोर्ट जैसी सुविधाएं, खर्च होंगे 500 करोड़

भोपाल के रानी कमलापति रेलवे स्टेशन की तर्ज पर मध्य प्रदेश के एक और रेलवे स्टेशन में वर्ल्ड क्लास सुविधाएं मिलने वाली है. जबलपुर रेलवे स्टेशन में अब यात्रियों को एयरपोर्ट जैसी फैसिलिटी मिलेगी.

आने वाले कुछ सालों में देशभर के रेलवे स्टेशन वर्ल्ड क्लास सुविधाओं और तकनीक से सुसज्जित हो जाएंगे. इसी लिस्ट में शामिल होगा मध्य प्रदेश के जबलपुर का रेलवे स्टेशन. दरअसल केंद्र सरकार की महत्वपूर्ण योजना के तहत जहां रेल यात्रियों की सुविधाओं में इजाफा किया जा रहा है तो वहीं पश्चिम मध्य रेलवे स्टेशन नए रूप में नजर आएंगे.

खास बात यह है कि रेलवे स्टेशन के अपग्रेडेशन कार्य के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 26 फरवरी को वर्चुअल माध्यम से शिलान्यास करेंगे. पश्चिम मध्य रेलवे के सीपीआरओ हर्षित श्रीवास्तव ने बताया कि रेलवे ने 26 फरवरी को स्थानीय स्तर पर समारोह आयोजित करने को लेकर तैयारियां शुरू कर दी हैं.

इस दौरान पश्चिम मध्य रेलवे के 12 स्टेशनों का शिलान्यास, 14 आरओबी और आरईबी का शिलान्यास, 7 आरओबी और एलएचएस का लोकार्पण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वर्चुअल तरीके से करेंगे. दरअसल अमृत भारत योजना के तहत जबलपुर रेलवे स्टेशन को विश्वस्तरीय बनाया जा रहा है. हालांकि इस नए स्वरूप को बनाने के लिए जबलपुर रेलवे स्टेशन की बाहरी बिल्डिंग में दूसरी बार बदलाव किया जाएगा.करीब 150 करोड़ रुपयों से बनाई गई इस बिल्डिंग को तोड़ा जाएगा जो कहीं ना कहीं पैसों की बरबादी नजर आ रही है.

पहले स्टेशन में यात्री सुविधाओं से लेकर प्लेटफॉर्म के विस्तार तक का काम होना था और अब इसमें बदलाव किया गया है. इसके चलते दो नए प्लेटफॉर्म बनाए जाएंगे. इसके बाद यहां प्लेटफॉर्म की संख्या 6 से बढ़कर 8 हो जाएगी. इसके साथ ही रेलवे के नए प्रस्ताव में विश्वस्तरीय सुविधा के साथ ही सौंदर्यीकरण पर भी फोकस किया जा रहा है. नए भवन के सामने वाले हिस्से में जबलपुर के विश्व प्रसिद्ध पर्यटक स्थल भेड़ाघाट और धुआंधार का मनमोहक दृश्य होगा. बहरहाल इस पूरे प्रोजेक्ट को कंप्लीट होने में 3 से 4 साल लग सकते हैं, लेकिन इसके बाद जबलपुर का रेलवे स्टेशन एयरपोर्ट की तरह नजर आएगा.