गहलोत संविधान पढ़ लेते तो तो ऐसा न कहते

गहलोत संविधान पढ़ लेते तो तो ऐसा न कहते
गहलोत संविधान पढ़ लेते तो तो ऐसा न कहते

लक्ष्मणगढ़ (एजेंसी )। उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने गत दिवस इशारों-इशारों में राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर तंज कसे । यहां एक सभा में उन्होंने कहा कि राजस्थान के मुख्यमंत्री को मेरा राज्य में आना पसंद नहीं । वो मुझसे कहते हैं कि क्यों आते हो बार-बार । उपराष्ट्रपति ने मजाकिया अंदाज में कहा कि वे अगर संविधान को थोड़ा पढ़ लेते तो यह सवाल नहीं पूछते । उल्लेखनीय है कुछ दिन पहले श्री गहलोत ने एक जनसभा के दौरान उपराष्ट्रपति के प्रस्तावित दौरे पर कहा था कि बार-बार यहां आने का कोई तुक नहीं है । उपराष्ट्रपति ने इस पर कहा, ‘मैं पहले भी कई जगह गया हूं, पर कुछ लोगों ने कहा कि आप क्यों आते हो बार-बार तो मैं थोड़ा अचंभित हो गया ?योंकि कहने वाले ने न तो संविधान को पढ़ा, न कानून को पढ़ा और न अपने पद की मर्यादा रखी। कानून में अगर झांक लेते तो उन्हें पता लग जाता कि उपराष्ट्रपति की कोई भी यात्रा अचानक नहीं अपितु बड़े सोच- विचार और मंथन – चिंतन के बाद होती है । बस कह दिया कि आपका आना ठीक नहीं है । उपराष्ट्रपति ने कहा कि संवैधानिक पदों पर बैठे लोगों का सम्मान होना चाहिए और हम सभी को एकजुट होकर, हाथ में हाथ डालकर, सहयोग और समन्वय के साथ आम सहमति के दृष्टिकोण से बड़े पैमाने पर लोगों की सेवा करनी होगी।