भोपाल में लड़कियों के एक चिल्ड्रन होम से कथित तौर पर 26 लड़कियों के लापता होने का मामला सामने आया है.
भोपाल के पर्बलिया सड़क पुलिस स्टेशन में जुवेनाइल जस्टिस एक्ट, 215 के तहत एक एफ़आईआर दर्ज की गई है.
मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस मामले में राज्य सरकार से कार्रवाई करने की मांग की है.
सोशल मीडिया एक्स पर उन्होंने लिखा, “भोपाल के पर्बलिया थाना क्षेत्र में बिना अनुमति संचालित बाल गृह से 26 बालिकाओं के गायब होने का मामला मेरे संज्ञान में आया है. मामले की गंभीरता तथा संवेदनशीलता को देखते हुए सरकार से संज्ञान लेने एवं त्वरित कार्रवाई करने का आग्रह करता हूं.”
एफ़आईआर में चिल्ड्रन होम के मैनेजर अनिल मैथ्यू को नामजद किया गया है. इसमें कहा गया है कि यहां 6-18 साल की उम्र की 86 लड़कियां रजिस्टर्ड थीं, जिनमें 26 लापता हैं.
इसमें ये भी कहा गया है कि चिल्ड्रन होम जुवेनाइल जल्सि एक्ट 2015 के नियमों के अनुसार नहीं चलाया जा रहा था और इसका पंजीकरण रद्द कर दिया गया था.
बाल अधिकार संरक्षण के लिए राष्ट्रीय कमीशन (एनसीपीसीआर) प्रमुख प्रियांक कानूनगो ने मध्य प्रदेश के चीफ़ सेक्रेटरी को इस बारे में चिट्ठी लिखकर कहा है कि चिल्ड्रन होम गैर पंजीकृत है और कहा जा रहा है कि 26 लड़कियां ग़ायब हैं.