जबलपुर, (का.सं)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तर प्रदेश के वाराणसी में 19,150 करोड़ रुपये से अधिक की कई विकास परियोजनाओं की आधारशिला रखी और राष्ट्र को समर्पित किया। इन परियोजनाओं में लगभग 10,900 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित नये पंडित दीनदयाल उपाध्याय नगर- न्यू भाऊपुर डेडिकेटेड फेड कॉरिडोर परियोजना का उद्घाटन शामिल है। उन्होंने वाराणसी-नई दिल्ली वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन, दोहरीघाट मऊ मेमू ट्रेन और नये समर्पित फेड कॉरिडोर पर दो लॉन्ग हॉल मालगाड़ियों को रवाना किया। उन्होंने बनारस लोकोमोटिव वर्कस द्वारा निर्मित 10,000वें इंजन को भी हरी झंडी दिखाई। श्री मोदी ने 370 करोड़ रुपये से – अधिक की लागत से दो रेलवे ओवर ब्रिज (आरओबी) निर्माण के साथ-साथ ग्रीन फील्ड शिवपुर-फुलवरिया-लहरतारा मार्ग का उद्घाटन किया। प्रधानमंत्री द्वारा उद्घाटन की जाने वाली अन्य प्रमुख परियोजनाओं में 20 सड़कों का सुदृढ़ीकरण और उन्हें चौड़ा करना शामिल है। प्रधानमंत्री ने 6500 करोड़ रुपये से अधिक की विभिन्न परियोजनाओं की आधारशिला रखी, जिसमें लगभग 4000 करोड़ रुपये की लागत से चित्रकूट जिले में 800 मेगावाट – का सौर पार्क और 1050 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से मिर्जापुर में नया पेट्रोलियम तेल टर्मिनल बनाया जाएगा। इसमें 900 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से वाराणसी-भदोही राष्ट्रीय राजमार्ग 731 बी (पैकेज-2) का चौड़ीकरण; 280 करोड़ रुपये को लागत से जल जीवन मिशन के तहत 69 ग्रामीण पेयजल योजनाएं और विभिन्न अन्य स्वास्थ्य क्षेत्र की परियोजनाएं भी शामिल हैं।प्रधानमंत्री ने सभा को संबोधित करते हुए देव दीपावली के दौरान सर्वाधिक संख्या में दीये जलाने का गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने के लिए वाराणसी के लोगों को बधाई दी। उन्होंने कहा जब वाराणसी के लोगों प्रशंसा की जाती है तो उन्हें का अनुभव होता है। प्रधानमंत्री ने लगभग 20,000 करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं उद्घाटन और शिलान्यास के समय अपने संबोधन में कहा किसमृद्ध होता है और जब यूपी समृद्ध होता है तो देश समृद्ध होता है। श्री मोदी ने वाराणसी के गांवों में जलापूर्ति, बीएचयू ट्रॉमा सेंटर में क्रिटिकल केयर यूनिट, सड़क, रेलवे, हवाई अड्रे, बिजली, सौर ऊर्जा, गंगा घाट और कई अन्य क्षेत्रों का उल्लेख किया और कहा कि इससे क्षेत्र में विकास की गति को बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने कल शाम काशी-कन्याकुमारी तमिल संगमम् ट्रेन रवाना करने का उल्लेख करते हुए आज वाराणसी नई दिल्ली वंदे भारत एक्सप्रेस और दोहरीघाट-मऊ मेमू ट्रेनों को हरी झंडी दिखाने का भी जिक्र किया। उन्होंने आज की विकास परियोजनाओं के लिए सभी नागरिकों को बधाई दी प्रधानमंत्री ने कहा कि विकसित भारत संकल्प यात्रा हजारों गांवों और शहरों तक पहुंच गई है, उन्होंने विकसित भारत संकल्प यात्रा के दौरान प्राप्त आयुष्मान कार्ड, मुफ्त राशन कार्ड, पक्के मकान, नल के पानी के कनेक्शन और उज्वला गैस कनेक्शन जैसी सुविधाओं का उदाहरण दिया। प्रधानमंत्री ने कहा कि विकसित भारत संकल्प यात्रा ने लोगों में किसी भी अन्य माध्यम से अधिक लोगों में विश्वास कायम किया है। इस विश्वास ने 2047 तक भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाने के संकल्प को सुदृढ़ किया है। प्रधानमंत्री ने शहर के सौंदर्गीकरण पर बल दिया। उन्होंने कहा कि आस्था और पर्यटन के केंद्र के रूप में काशी की महिमा दिन-प्रतिदिन निखर रही है। उन्होंने कहा कि काशी में पर्यटन रोजगार के नए रास्ते सृजित कर रहा हैं क्योंकि जीर्णोद्धार के बाद 13 करोड़ से अधिक भक्तों ने काशी विश्वनाथ धाम में दर्शन किए हैं। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने रेलवे से संबंधित परियोजनाओं के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए, समर्पित पूर्वी और पश्चिमी माल बुलाई गलियारों, न्यू पंडित दीनदयाल उपाध्याय नगर न्यू भौपुर के उद्घाटन के बारे में बात की। प्रधानमंत्री ने स्थानीय कारखाने में निर्मित 10000वें रेलवे इंजन के संचालन पर भी प्रसन्नता व्यक्त की। उन्होंने सौर ऊर्जा क्षेत्र में डबल इंजन सरकार के प्रयासों का भी उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि चित्रकूट में 800 मेगावाट का सौर ऊर्जा पार्क उत्तर कि की गर्व के जब काशी समृद्ध होती है तो यूपी प्रदेश में विश्वसनीय बिजली आपूर्ति के प्रति हमारी प्रतिबद्धता का एक उदाहरण है। प्रधानमंत्री ने विकसित भारत के लक्ष्य को पूरा करने के लिए की पूर्व शर्त के रूप में नारी शक्ति, युवा शक्ति, किसानों और गरीबों के विकास पर बल दिया। श्री मोदी ने कहा कि मेरे लिए ये केवल चार जातियां हैं और इन्हें सुदृढ़ करने से ही देश मजबूत होगा। इसी विश्वास के साथ, प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार ने किसानों के कल्याण को प्राथमिकता दी है और पीएम किसान सम्मान निधि जैसी योजनाओं का उल्लेख किया है जहां 30,000 करोड़ रुपये किसानों के बैंक खातों में स्थानांतरित किए गए हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि बनास डेयरी बनारस के किसानों के लिए वरदान साबित होगी। संबोधन का समापन करते हुए प्रधानमंत्री ने दोहराया कि वाराणसी में विकास की धारा पूरे क्षेत्र को नई ऊंचाइयों पर ले जाएगी। इस अवसर पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्री उपस्थित थे। पृष्ठभूमिः पिछले नौ वर्षों में, प्रधानमंत्री ने वाराणसी के परिदृश्य को बदलने और वाराणसी और आसपास के क्षेत्रों में रहने वाले लोगों के लिए जीवनयापन को आसान बनाने पर विशेष ध्यान केंद्रित किया है। इसी दिशा में एक और कदम बढ़ाते हुए प्रधानमंत्री ने करीब 19,150 करोड़ रुपये की लागत वाली विभिन्न विकास परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया। प्रधानमंत्री ने करीब 10,900 करोड़ रुपये की लागत से बने न्यू पंडित दीनदयाल उपाध्याय नगर-न्यू भाऊपुर डेडिकेटेड फेड कॉरिडोर प्रोजेक्ट का उद्घाटन किया। प्रधानमंत्री ने नए उद्घाटन किए गए डेडिकेटेड फेट कॉरिडोर में वाराणसी-नई दिल्ली बंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन, दोहरीघाट-मऊ मेमू ट्रेन और दो लॉन्ग हॉल मालगाड़ियों को रवाना किया। उन्होंने बनारस लोकोमोटिव वर्कस द्वारा निर्मित 10,000 वें इंजन को भी हरी झंडी दिखाई। प्रधानमंत्री ने 370 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से दो रेलवे ओवर ब्रिज (आरओबी) के साथ-साथ ग्रीन फील्ड शिवपुर फुलवरिया-लहरतारा सड़क का उद्घाटन किया।
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