यूक्रेन के आर्मी चीफ के ऑफिस में जासूसी

यूक्रेन के आर्मी चीफ के ऑफिस में जासूसी
यूक्रेन के आर्मी चीफ के ऑफिस में जासूसी

कीव, एजेंसी। रूस और यूक्रेन की जंग 20 महीने से जारी है। इस बीच एक चौंकाने वाली खबर आई। यूक्रेनी मीडिया की रिपोर्ट्स में कहा गया है कि आर्मी चीफ वेलेरी झालुझेनी के दफ्तर से एक स्पाय या बगिंग डिवाइस बरामद किया गया है। वेलेरी यूक्रेनियन सिक्योरिटी सर्विस (स्क्व) के चीफ हैं और उनके ऑफिस से ऑडियो रिकॉर्डिंग डिवाइस होना यूक्रेन की सुरक्षा के लिए बेहद गंभीर खतरा माना जा रहा है। यूक्रेन की पूर्व रक्षा मंत्री ऐना मेलेयर ने इस घटना पर कहा- ये नई बात नहीं है। ऐसी घटनाएं पहले भी होती रही हैं। डिवाइस के बारे में जानकारी नहीं: रपोर्ट्स के मुताबिक शुरुआती जांच में यह साफ नहीं हो सका है कि कमांडर इन चीफ एक रिपोर्ट के मुताबिक वेलेरी के ऑफिस और घर में सिर्फ चुनिंदा लोग ही जा सकते हैं और उनकी पहुंच भी हर जगह नहीं है। लिहाजा, इस बात का शक सबसे ज्यादा है कि यह डिवाइस किसी ऐसे व्यक्ति ने लगाई जो ऑफिस के हर हिस्से तक पहुंच रखता है। मामला दबाने की कोशिशः यूक्रेनी फौज और कमांडर इन के ऑफिस से मिला डिवाइस किस देश में बना है। इसके कम्पोनेंट्स यानी हिस्से असेंबल किए गए लगते हैं। इसका डिवाइस का पता रविवार रात जांच के दौरान लगा। यह भी साफ नहीं हो सका है कि इस डिवाइस को यहां लगाया किसने । हालांकि, शक है कि ऑफिस से जुड़े किसी शख्स ने ही इसे प्लांट किया होगा। चीफ का ऑफिस इस मामले पर सच छिपाता नजर आता है। वेलेरी के ऑफिस की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि ऑडियो रिकॉडिंग डिवाइस ऑफिस के उस हिस्से में पाई गई है, जिसका इस्तेमाल आर्मी चीफ नहीं करते। इसे भविष्य में इस्तेमाल के लिए तैयार किया गया है। दूसरी बात यह कही गई है कि बरामद किया गया डिवाइस ऑपरेशनल मोड में नहीं था और न ही इसकी रेडियो फ्रीक्वेंसी सेट थी। मामला सामने आने के बाद यूक्रेन की पूर्व रक्षा मंत्री ऐना मेलेयर ने कहा- मिलिट्री हेडक्वॉर्टर से इन्फॉर्मेशन्स पहले भी लीक हो चुकी हैं। इसलिए मैं इसे पहली घटना नहीं मानती। हां, ये किसकी साजिश है? इसका खुलासा होना बेहद जरूरी है। कौन उनकी बातें सुनना चाहता था। कुछ दिन पहले जनरल वेलेरी और प्रेसिडेंट वोल्दोमिर जेलेंस्की के बीच मतभेद की खबरें भी आईं थीं। कहा जाता है कि वेलेरी अब सियासत में आना चाहता हैं और इसके लिए वो अप्रैल 2022 से तैयारी कर रहे हैं। कुछ लोगों का दावा है कि लोकप्रियता के मामले में अब वेलेरी प्रेसिडेंट जेलेंस्की से आगे निकल चुके हैं। यह तस्वीर पिछले साल की है। तब वेलेरी और उनकी पत्नी उसी दफ्तर में सेल्फी लेते नजर आए थे, जिसमें ऑडियो रिकॉडिंग डिवाइस मिली है। रूस ने यूक्रेन पर 24 फरवरी 2022 को हमला किया था। इसके पीछे व्लादिमिर पुतिन का मकसद एक ही था यूक्रेन पर कब्जा। यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलॅस्की को यह मंजूर नहीं था, लिहाजा करीब 20 महीने बाद भी यह जंग जारी है। इस जंग में दोनों देशों को काफी नुकसान हुआ। इन्फास्ट्रक्चर और मिलिट्री इक्विपमेंट्स तबाह हुए। पुख्ता आंकड़े तो नहीं हैं, लेकिन माना जाता है कि इस जंग में दोनों तरफ के हजारों लोग और सैनिक मारे जा चुके हैं। 23 दिसंबर 2022 को पुतिन ने ऐलान किया था कि वे जल्द ही युद्ध को खत्म करना चाहते हैं। पुतिन ने कहा था- इस संघर्ष को खत्म करना हमारा मुख्य मकसद है।