कौन हैं महादेव गेमिंग ऐप के प्रमोटर? जूस और टायर की दुकान चलाने वाले कैसे बन गए मटका किंग?

कौन हैं महादेव गेमिंग ऐप के प्रमोटर? जूस और टायर की दुकान चलाने वाले कैसे बन गए मटका किंग?
कौन हैं महादेव गेमिंग ऐप के प्रमोटर? जूस और टायर की दुकान चलाने वाले कैसे बन गए मटका किंग?

नई दिल्ली:  ऑनलाइन गेमिंग मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) 6 अक्टूबर को बॉलीवुड एक्टर रणबीर कपूर से पूछताछ करने वाली है. ईडी ने एक्टर को 4 अक्टूबर को समन भेजा था. रणबीर कपूर को भेजे गए समन का संबंध ‘महादेव गेमिंग-बेटिंग केस’ से है. इस केस में सिर्फ रणबीर कपूर ही नहीं, बल्कि 15-20 बॉलीवुड सेलेब्स के नाम भी शामिल हैं. आपको जानकर हैरानी होगी कि Mahadev Betting App के प्रमोटर सौरभ चंद्राकर , जो इस मामले में मुख्य आरोपी भी बताए जा रहे हैं, वो कभी छत्तीसगढ़ के भिलाई में जूस और टायर की दुकान चलाया करते थे. सौरभ चंद्राकर जूस की दुकान चलाते थे, जबकि उनके साथी रवि उप्पल  की टायर-ट्यूब की शॉप थी.

Mahadev Betting App के दो प्रमोटर हैं. सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल महादेव. दोनो को सट्टे की लत थी. उसी सिलसिले में दोनों की दोस्ती हुई. फिर अचानक से दोनों दुबई भाग गए. वहां एक शेख और पाकिस्तानी पार्टनर के साथ मिलकर महादेव ऑनलाइन सट्टेबाजी ऐप लॉन्च किया. फिर देखते ही देखते दोनों सट्टेबाजी की दुनिया के मटका किंग बन गए.

अपनी शादी को लेकर चर्चा में आए थे सौरभ चंद्राकर
सौरभ चंद्राकर हाल ही में अपनी शादी को लेकर चर्चा में आए थे. बताया जा रहा है कि दुबई में आयोजित अपनी शादी में चंद्राकर ने पानी की तरह पैसा बहाया था. बॉलीवुड के कई सेलेब इसमें शामिल हुए थे. सौरभ चंद्राकर की शादी में 200 करोड़ से ज्यादा का खर्च हुआ था. इस आलीशान शादी का वीडियो भारतीय एजेंसियों के हाथ लगा है. शादी में परफॉर्म करने के लिए गए सभी सेलेब्स अब ईडी के निशाने पर हैं.

परिवार-रिश्तेदारों को दुबई ले जाने के लिए रेंट पर लिया था प्राइवेट जेट
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, सौरभ चंद्राकर ने अपनी शादी में परिवार वालों को नागपुर से यूएई तक ले जाने के लिए निजी जेट किराये पर लिए थे. शादी के लिए वेडिंग प्लानर, डांसर, डेकोरेटर को मुंबई से बुलाया गया था. अब बताया जा रहा है कि इन सबका पेमेंट कैश में किया गया था. इसके डिजिटल सबूत ईडी ने जुटाए हैं. इनके अनुसार, योगेश पोपट की मेसर्स आर-1 इवेंट्स प्राइवेट लिमिटेड के नाम पर एक इवेंट मैनेजमेंट कंपनी को हवाला के जरिये 112 करोड़ रुपये पहुंचाए गए थे. 42 करोड़ रुपये होटल की बुकिंग के लिए कैश पेमेंट किया गया था.

App से होता था सट्टेबाजी का धंधा
Mahadev Betting App के प्रमोटर इसे गेमिंग ऐप बताते हैं लेकिन जांच एजेंसी को शक था कि इस ऐप के माध्यम से सट्टेबाजी का धंधा किया जा रहा है. बताया जा रहा है कि इसमें कई रसूखदारों ने अपना पैसा लगाया है. इस एप में अंडरवर्ल्ड का पैसा लगे होने का भी शक है.

इन देशों में फैला है नेटवर्क
सौरभ चंद्राकर और उनके साथी रवि उप्पल ऑनलाइन सट्टेबाजी की दुनिया के वो दो बड़े नाम हैं, जिनका नेटवर्क भारत में ही नहीं बल्कि यूएई, श्रीलंका, नेपाल और पाकिस्तान में भी है. ईडी दोनों की तलाश कर रही है. दोनों के खिलाफ गैर-जमानती वॉरंट और लुक आउट सर्कुलर भी निकाल चुकी है. सौरभ चंद्राकर छत्तीसगढ़ में भिलाई के शारदा पारा बैकुंठधाम और रवि उप्पल नेहरू नगर का रहने वाला है.