किम जोंग दबाने जा रहा सातवें परमाणु परीक्षण का बटन

किम जोंग दबाने जा रहा सातवें परमाणु परीक्षण का बटन
किम जोंग दबाने जा रहा सातवें परमाणु परीक्षण का बटन

नई दिल्ली। रूस की यात्रा पर से लौटने के बाद उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन का जोश हाई है। उसने यात्रा के दौरान पहले दक्षिण कोरिया की तरफ दो मिसाइलें दाग, फिर लौटते ही देश को संसद को बैठक बुलाकर संविधान को ही बदल डाला। अब नॉर्थ कोरिया परमाणु संपन देश हो गया है। तालियों को हट के बीच पारित संविधान संशोधन के बाद किम ने देश की ये दर्जा दिया है। इसके साथ ही सनकी तानाशाह ने सातवां परमाणु परीक्षण करने का मजबूत इरादा जता दिया है। वह इसकी तैयारियों में तेजी से जुटा है। इससे पहले वह छह परमाणु परीक्षण कर चुका है।
उत्तर कोरिया की सरकारी समाचार एजेंसी ने कहा कि किम जोंग उन ने मंगलवार और बुधवार को आहूत संसद (पीपुल्स असेंबली को बैठक में कहा, देश की परमाणु बल निर्माण नीति को राज्य के बुनियादी कानून के रूप में स्थायी बना दिया गया है, जिसका किसी को भी बंधन करने को अनुमति नहीं है।
अब तक छह परमाणु परीक्षण कर चुका उत्तर कोरिया ने इस साल रिकॉर्ड संख्या में | मिसाइल टेस्टिंग और अन्य हथियार परीक्षण किए
हैं। दक्षिण कोरिया और संयुक्त राज्य अमेरिका के साथ उसके संबंध बहुत तनावपूर्ण चल रहे हैं। 2017 से ही इस बात का डर पूरी दुनिया को सताता रहा है कि प्योंगयांग 2017 के बाद अपना पहला परमाणु परीक्षण कर सकता है। 2006 के बाद से इसने कुल छह परमाणु परीक्षण किए हैं।
एक साल पहले उत्तर कोरिया ने परमाणु हथियार संपन्न देश घोषित करने का एक कानून पारित किया था। तच किम ने कहा था कि यह दर्जा अपरिवर्तनीय है। उस नए कानून ने परमाणु हथियारों के पूर्व उपयोग की भी अनुमति दी थी लेकिन अब परमाणु निरस्त्रीकरण को उम्मीदों को और भी कम करते हुए, पोपुल्स असेंबली ने परमाणु हथियारों की स्थिति को संविधान में ही निर्धारित कर दिया है। फिम ने यह भी कहा कि संयुक्त राज्य अमेरिका, दक्षिण कोरिया और जापान ने एक त्रिकोणीय सैन्य गठबंधन बना लिया है। संयुक्त राष्ट्र में भी नॉर्थ कोरिया ने कहा है कि अमेरिका नाटो का एशियाई संस्करण बना रहा है, जिसमें यूरोपीय देश और अमेरिका समेत कनाडा भी शामिल है। यह युद्ध और आक्रामकता का मूल कारण है। किम ने कहा, यह सबसे खराब वास्तविक खतरा है, भ्रमकी भरी बयानबाजी या काल्पनिक इकाई नहीं।
दक्षिण कोरिया पर दाग चुका मिसाइल उत्तर कोरिया ने इस साल अब तक कई प्रतिबंधित हथियारों का परीक्षण किया है. आखिरी परीक्षण में 13 सितंबर को दो छोटी दूरी की बैलिस्टिक मिसाइलें शामिल थीं, जब किम राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन के साथ शिखर सम्मेलन के लिए रूस की यात्रा करने को तैयारी कर रहे थे। पिछले महीने एक जासूसी उपग्रह को कक्षा में स्थापित करने के दूसरे प्रयास मैं भी कोरिया विफल रहा था।

 

अक्टूबर में किम का क्या प्लान माना जा रहा है कि किम जोंग अक्टूबर में हो। सातवां परमाणु परीक्षण कर सकता है। आखिरी बार उत्तर कोरिया ने 2017 में परमाणु परक्षण किया था, जो राइड्रोजन बम था। आशंका जताई जा रही है कि किम जोंग आगामी महीनों में छह से सात परमाणु परीक्षण कर सकता है। ये हाइड्रोजन बम के उप संस्करण हो सकते हैं। अभी तक उत्तर कोरिया ने छोटे-छोटे परमाणु बम के साथ-साथ हाइड्रोजन बम भी बनाए हैं जिसे कम दूरी की मिसाइल से लेकर लंबी दूरी को मिसाइलों में लोड किया जा सकता है। 1953 के बाद से इस देश ने कोई भी युद्ध नहीं लड़ा है। ऐसे में इसके पास हथियारों का जखीरा होना नई बात नहीं है।
किम जोंग के निशाने पर अमेरिका उत्तर कोरिया के पास होसींग मिसाइल भी है, जिसके रेंज 15000 किलोमीटर है, जबकि प्योंगयोंग से अमेरिका के न्यायॉर्क की दूरी मात्र 11000 किलोमीटर हो है। यानी किम के निशाने पर अमेरिका के कई शहर हैं। यह भी कहा जाता है कि उत्तर कोरिया की जितना मिसाइलें दक्षिण कोरिया की दिशा में मुंह घुमाए तैनात हैं, उससे भी ज्यादा अमेरिका की आग मुंह कर खड़ी है।