रिटायर्ड एसएसपी की गोली मारकर हत्या आतकियों ने बारामूला में नमाज पढ़ने के दौरान फायरिंग की
बारामूला, एजेंसी। जम्मू-कश्मीर के बारामूला में रविवार सुबह आतंकियों ने एक रिटायर्ड एसएसपी मोहम्मद शफी की गोली मारकर हत्या कर दी। शफी गांटामूला शीरी मस्जिद में सुबह की नमाज पढ़ रहे थे। उसी दौरान आतंकियों ने उन पर ताबड़तोड़फायरिंग कर दी। अस्पताल ले जाने के दौरान उनकी मौत हो गई। कश्मीर जोन पुलिस ने सोशल मीडिया पर सुबह 8.30 बजे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ङ्ग पर पोस्ट कर लिखा- आतंकवादियों ने बारामूला में एक रिटायर्ड पुलिस अफसर मोहम्मद शफी पर मस्जिद में अजान पढ़ते समय गोलीबारी की और उनकी मौत हो गई। इलाके में सर्चिग जारी है। जम्मू-कश्मीर में पिछले 4 दिनों में यह तीसरी बढ़ी आतंकी वारदात है। इससे पहले 21 दिसंबर को राजौरी में आतंकियों ने सेना के काफिले पर हमला किया था। इसमें 5 जवान शहीद पुंछ आतंकी हमले के शहीदों को आज दी जाएगी अंतिम विदाई श्रीनगर, एजेंसी। जम्मू-कश्मीर के पुंछ में हुए आतंकी हमले में शहीद हुए जवानों को आज अंतिम विदाई दी जाएगी। गुरुवार, 21 दिसंबर को बुफ्लियाज और ढेरा की गली इलाके में धत्यार मोड़ पर कुछ आतंकी घात लगाए बैठे थे। उन्होंने सेना की एक मारुति जिप्सी और एक ट्रक को निशाना बनाया था। हमले में कुल पांच जवानों की जान चली गई जबकि 2 गंभीर रूप से जख्मी हैं। आज शहीद हुए चार जवानों का अंतिम संस्कार किया जाएगा। भारत के इतिहास में ऐसा पहली बार हो रहा है जब शहीदों का अंतिम संस्कार उनके शहादत वाली जगह पर किया जाएगा। यानी की, शहीद हुए चार जवानों को मुखाग्नि उसी जगह पर दी जाएगी जहां पर आतंकियों ने उनपर हमला बोला था।
हो गए थे। 23 दिसंबर को आतंकियों ने अखनूर में घुसपैठ की कोशिश की थी। सुरक्षाबलों की गोलीबारी में एक आतंकी मारा गया था। 21 दिसंबर को पुंछ और राजौरी के बीच डेरा की गली में आतंकियों ने सेना के काफिले पर हमला किया था। इसमें 5 जवान शहीद हो गए, जबकि 2 जवान घायल हुए थे। टेरर ग्रुप पीपुल्स एंटी फासिस्ट फ्रंट (पीएफएफ) ने इस हमले की जिम्मेदारी ली थी। आतंकियों ने अमेरिकी एम-4 कार्बाइन असॉल्ट राइफल से सेना पर हमला किया था। नेशनल जिमास्टिक खिलाड़ियों को टायलेट के पास बैठकर करनी पड़ी यात्रा रायपुर, एजेंसी। भारत में क्रिकेट खिलाड़ियों को कैसी सुविधाएं मिलती है, ये बात किसी से छिपी नहीं हैं। वहीं कई दूसरे खिलाड़ियों को मूलभूत सविधाओं से जूझना पड़ता है। एक ऐसा ही शर्मनाक मामला छत्तीसगढ़ में सामने आया जब नेशनल जिमार्सटक खिलाड़ियों को कड़ाके की ठंड के बीच ट्रेन की बोगी के टायलेट के पास बैठकर यात्रा करने को मजबूर होना पड़ा। दरअसल, ये खिलाड़ी 67वीं राष्ट्रीय शालेय क्रीडा प्रतियोगिता में भाग लेने छत्तीसगढ़ से दिल्ली गए थे। प्रतियोगिता सम्पन्न होने के बाद सभी खिलाड़ी छत्तीसगढ़ लौट रहे थे। इस घटनाक्रम का वीडियो भी सामने आया है, जो इंटरनेट मीडिया में तेजी से वायरल हो रहा है। शालेय राष्ट्रीय खेलकूद प्रतियोगिता में भाग लेने दिल्ली गए छत्तीसगढ़ के खिलाड़यों को वापसी में भारी अव्यवस्थाओं का सामना करना पड़ा। वापसी के समय ट्रेन में रिजर्वेशन नहीं मिली। खिलाड़ी बोगी के बाथरूम और गेट पर बैठकर आए। दिल्ली में बच्चों को जहां ठहराया गया था वहां भी पर्याप्त व्यवस्था नहीं थी।