कार्यकर्ताओं को बताएंगे-लोगों तक सरकार की योजनाएं कैसे पहुंचाएं
नई दिल्ली, एजेंसी। दिल्ली स्थित भाजपा हेडक्वॉर्टर में चल रही पार्टी मीटिंग का आज (23 दिसंबर) को दूसरा दिन है। मीटिंग में पीएम मोदी, पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा समेत कई सीनियर नेता शामिल होंगे। इस दौरान 2024 के लोकसभा चुनाव की रणनीति पर चर्चा होगी। यहां पीएम मोदी पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं को संबोधित भी कर सकते हैं। दो दिन (22-23 दिसंबर) तक चलने वाली इस बैठक की पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा बैठक की अध्यक्षता कर रहे हैं। वे पार्टी ने शामिल नेताओं और कार्यकर्ताओं को बताएंगे कि कैसे मोदी सरकार की योजनाओं की आम लोगों तक पहुंचाना है, जिससे आगामी चुनाव में पार्टी की ऐतिहासिक जीत मिले। एक न्यूज एजेंसी ने सूत्रों के हवाले से बताया कि बैठक में पार्टी के अलग-अलग विंग और राज्य इकाइयों को लोकसभा चुनाव की तैयारी के लिए निर्देश दिए जाएंगे। अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती (25 दिसंबर) की तैयारी पर भी बात हो सकती है। तीन राज्यों में जीत के बाद पार्टी की पहली बैठक : तीन राज्यों के विधानसभा मोदी, अमित शाह और जेपी नड्डा से मुलाकात की थी। इस दौरान डिप्टी सीएम दीया कुमारी और प्रेमचंद बैरवा भी मौजूद रहे। अगर छत्तीसगढ़ की बात करें तो यहां 22 दिसंबर को मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के मंत्रिमंडल का शपथ ग्रहण हो गया। इससे पहले चुनाव में जीत के बाद यह बीजेपी की पहली बैठक है। बैठक में मध्य प्रदेश और राजस्थान के मंत्रिमंडल पर भी चर्चा हो सकती है। पार्टी ने मप्र में मोहन यादव और राजस्थान में भजनलाल शर्मा को सीएम बनाया है। दोनों राज्यों में कैबिनेट तय करने के लिए अभी चर्चा का दौर जारी है। मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने आज (22 दिसंबर को) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की। इस दौरान डिप्टी सीएम जगदीश देवड़ा और राजेंद्र शुक्ला भी मौजूद रहे। उधर, राजस्थान के सीएम भजनलाल शर्मा ने 21 दिसंबर को अपने मंत्रिमंडल को लेकर दिल्ली में पीएम 19 दिसंबर को भाजपा ने संसदीय समिति की बैठक बुलाई थी। ये बैठक संसद के लाइब्रेरी परिसर में हुई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ रक्षामंत्री राजनाथ सिंह और जेपी नड्डा बैठक में शामिल हुए थे। लोकसभा में 150 नए प्रत्याशी उतार सकती है भाजपा: लोकसभा चुनाव 2024 की तैयारी में जुटी भाजपा एक साथ कई फॉर्मूलों पर काम कर रही है। पार्टी में मौजूदा सांसदों के टिकट काटने से लेकर नए चेहरों को मौका देने तक पर मंथन जारी है। सूत्रों के मुताबिक, पार्टी आजादी के 100वें साल तक संसद में युवा प्रतिनिधित्व बढ़ाने के लिए काम कर रही है। चुनाव में भाजपा 150 नए प्रत्याशी उतार सकती है। इनमें 41 से 55 साल की उम्र के प्रत्याशियों की संख्या ज्यादा होगी।