काग्रेस संसदीय दल की बैठक में कहा- पहले कभी इतने विपक्षी सांसदों को सस्पेंड नहीं किया गया
नई दिल्ली, एजेंसी। कांग्रेस प्रमुख सोनिया गांधी ने कहा कि सरकार ने लोकतंत्र का गला घोंट दिया है। इससे पहले कभी इतनी बड़ी संख्या में सांसदों को सस्पेंड नहीं किया गया था, वो भी एक वाजिब मांग रखने के लिए। सोनिया ने ये बात कांग्रेस पार्लियामेंट्री पार्टी की मीटिंग में कही। यह बैठक 20 दिसंबर यानी आज संसद के संविधान सदन के सेंट्रल हॉल में की गई। सोनिया ने कहा कि 13 दिसंबर को जो हुआ वह स्वीकार्य नहीं है और उसे सही नहीं ठहराया जा सकता है। इस मामले पर देश को संबोधित करने में पीएम को चार दिन लग गए, वो भी उन्होंने संसद के बाहर किया। ऐसा करके उन्होंने संसद की गरिमा के प्रति तिरस्कार और देश की जनता के प्रति अपनी उपेक्षा जाहिर की है। दरअसल, 14, 18 और 19 दिसंबर को लोकसभा और राज्यसभा से 141 सांसद सस्पेंड हुए। इसमें सबसे ज्यादा कांग्रेस के 57 सांसद (लोकसभा से 40, राज्यसभा से 17) थे। इससे एक दिन पहले दिल्ली में हुई इंडिया की बैठक में सांसदों के सस्पेंशन का मुद्दा उठा था। विपक्षी दलों ने सांसदों के सस्पेंशन की निंदा की। संसदीय दल की बैठक में सोनिया ने कहा कि संसद में घुसपैठ मामले पर सोनिया ने कहा कि 13 दिसंबर को जो हुआ वह स्वीकार्य नहीं है और उसे सही नहीं ठहराया जा सकता है। इस मामले पर देश को संबोधित करने में पीएम को चार दिन लग गए, वो भी उन्होंने संसद के बाहर किया। ऐसा करके उन्होंने संसद की गरिमा के प्रति तिरस्कार और देश की जनता के प्रति अपनी उपेक्षा जाहिर की है। जम्मू-कश्मीर से जुड़े बिल पास होने पर इस सत्र में जम्मू-कश्मीर से जुड़े कुछ अहम बिलों को पास किया गया। जो लोग जवाहरलाल नेहरू जैसे महान देशभक्त को बदनाम करने के लिए इतिहास को तोड़ते-मरोड़ते हैं और ऐतिहासिक तथ्यों के साथ छेड़खानी करते हैं, वे लंबे समय से कैंपेन चला रहे हैं। इन कैंपेन की अगुआई पीएम और होम मिनिस्टर कर रहे हैं, लेकिन हम डरने या झुकने वाले नहीं हैं। हम सच सामने लाते रहेंगे। तीन राज्यों के चुनावों में मिली हार पर उन्होंने कहा कि ये कहना कि छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और राजस्थान के विधानसभा चुनावों के नतीजे हमारी पार्टी के लिए बेहद निराशाजनक रहे हैं, ये कम होगा। इन चुनावों में हमारे खराब प्रदर्शन के कारणों को समझने के लिए कांग्रेस अध्यक्ष ने पहले राउंड की समीक्षा शुरू कर दी है। इन समीक्षाओं से जो सबक मिलेंगे वो हम अपनाएंगे। इस समय हमारे सामने बहुत बड़ी चुनौती है, फिर भी मुझे यकीन है कि हमारे साहस और लगातार कोशिशों से हमें सफलता मिलेगी। आजादी के बाद पहली बार इतने सांसद निलंबित : सोमवार यानी 18 दिसंबर को कुल 78 सांसदों (लोकसभा-33, राज्यसभा-45) को निलंबित किया गया था। आजादी के बाद पहली बार एक ही दिन में इतने सांसद निलंबित किए गए हैं। इससे पहले 1989 में राजीव सरकार में 63 सांसद निलंबित किए गए थे। पिछले हफ्ते भी 14 सांसदों को निलंबित किया गया था।