पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने कहा है कि उन्हें 1999 में सत्ता से इसलिए बेदखल कर दिया गया था क्योंकि उन्होंने सेना के कारगिल प्लान का विरोध किया था। नवाज से भारत से रिश्ते ठीक करने पर भी जोर दिया। नवाज ने कहा- मुझे इस बात की वजह जानने का हक है कि मुझे 1993 और 1999 में सत्ता से क्यों हटा दिया गया था।
पूर्व प्रधानमंत्री ने आगे कहा- मैंने कारगिल प्लान के लिए कहा था कि ये सही नहीं है। इस पर तत्कालीन सेना प्रमुख जनरल परवेज मुशर्रफ ने मुझे निकलवा दिया। बाद में मेरी बात सही साबित हुई थी। हमारी सरकार ने हर क्षेत्र में काम किया था। मेरे कार्यकाल के दौरान भारत के 2 प्रधानमंत्री वाजपेयी और मोदी पाकिस्तान आए थे। शरीफ ने कहा- हमें भारत, अफगानिस्तान और ईरान जैसे देशों से रिश्ते सुधारने की जरूरत है। हमें चीन और मजबूत रिश्ते बनाने होंगे। इमरान खान की सरकार के दौरान पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था पर भारी गिरावट आई। फिर शाहबाज शरीफ ने अप्रैल 2022 में सत्ता संभाली और देश को कंगाल होने से बचाया। फरवरी में होने वाले चुनाव से पहले पार्टी कार्यकर्ताओं से बात करते नवाज ने कहा- मुझे नहीं पता कि इमरान खान जैसे बिना अनुभव वाले शख्स के हाथ में सत्ता की डोर क्यों दी गई थी। मैं चाहता हूं कि पूर्व मिलिट्री जनरल और जज 2017 में मुझे सत्ता से हटाए जाने की वजह बताएं। नवाज बोले- महंगी कार में घूमने के लिए सत्ता में नहीं आना चाहताः नवाज ने कहा- देश को इस स्तर पर लाने के लिए जिम्मेदार लोगों को जवाब देना होगा क्योंकि सच्चे देशभक्त तो ऐसा नहीं कर सकते। हम सिर्फ ताकत और महंगी कारों में घूमने के लिए सरकार नहीं बनाना चाहते। हम उन लोगों को जवाबदेह ठहराना चाहते हैं जो देश को बर्बाद करने के जिम्मेदार हैं। जिन्होंने हम पर झूठे आरोप लगाए। ब्रिटेन में चार साल रहने के बाद पाकिस्तान लौटने से एक महीने पहले, शरीफ ने पूर्व सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा, पूर्व स्व प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल फैज हामिद, पाकिस्तान के पूर्व मुख्य न्यायाधीश साकिब निसार और आसिफ सईद खोसा को उनकी सरकार को हटाने और आर्थिक तबाही मचाने के अपराध के लिए जवाबदेह ठहराने का संकेत दिया था। भ्रष्टाचार मामले में नवाज को हुई थी 7 साल की सजा: कोर्ट ने 2018 में नवाज को अल- अजीजिया स्टील मिल्स भ्रष्टाचार मामले में दोषी ठहराते हुए 7 साल की सजा सुनाई थी। वहीं एवनफील्ड प्रॉपर्टी मामले में उन्हें 11 साल की सजा सुनाई गई थी और 80 करोड़ रुपए का जुर्माना लगाया गया था। 16 नवंबर 2019 को लाहौर हाईकोर्ट ने नवाज की सजा सस्पेंड करते हुए उन्हें इलाज के लिए विदेश जाने की इजाजत दी थी। नवाज शरीफ अब तक 3 बार पाकिस्तान के प्रधानमंत्री रह चुके हैं।