सुकमा में नक्सलियों का पोलिंग बूथ के बाहर हमला

सुकमा में नक्सलियों का पोलिंग बूथ के बाहर हमला
सुकमा में नक्सलियों का पोलिंग बूथ के बाहर हमला

छत्तीसगढ़ में सुबह 11 बजे तक करीब 23 फीसदी मतदान

रायपुर, एजेंसी । छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस और बीजेपी ने जबरदस्त पसीना बहाया है। अब वो दिन आ ही गया है जब दोनों पार्टियों की चुनावी मैदान में अग्नि परीक्षा होने जा रही है। छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव दो चरणों में निर्धारित किए गए हैं। पहले चरण का चुनाव 7 अक्टूबर जबकि दूसरे चरण का चुनाव 17 नवंबर को आयोजित किए गए हैं। पहले चरण में सीजी के उन 9 जिलों के 20 सीटों पर चुनाव होंगे जो बेहद ही संजीदा माने जाते हैं ये राज्य का नक्सल प्रभावित सीटें हैं। जिसे देखते हुए चुनाव आयोग ने इन सीटों पर पहले इलेक्शन कराने का फैसला किया है ताकि किसी प्रकार की कोई अप्रिय घटना न घटे। छत्तीसगढ़ में विधानसभा की 90 सीटें हैं। जिनमें से 20 सीटों पर 7 नवंबर को वोट डाले जाएंगे। जिसके लिए पूरी तरह से सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है। पहले फेज के चुनाव में बस्तर संभाग की 12 और राजनांदगांव की 8 सीटें शामिल हैं। इन 20 सीटों पर 5304 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। जहां 40 लाख 78 हजार 681 वोटर अपने मताधिकार का उपयोग कर प्रत्याशियों के भाग्य तय करेंगे। इनमें 19 लाख 93 हजार 937 पुरुष मतदाता जबकि 20 लाख 84 हजार 675 महिला वोटर्स और 69 थर्ड जेंडर मतदाता शामिल हैं। इन 20 विधानसभा सीटों पर कुल 223 प्रत्याशी चुनावी मैदान में हैं। इनमें 198 पुरुष और 25 महिला प्रत्याशी हैं। जबकि 20 सीटों पर होने वाले मतदान दो तय समय पर शुरू होंगे। कुछ सीटों पर सुबह 7 बजे से लेकर दोपहर 3 बजे तक जबकि अन्य सीटों पर सुबह 8 बजे से शाम 5 बजे तक मतदान होंगे।
सुकमा में नक्सलियों ने कोंटा के इलाके में पोलिंग बूथ के बाहर हमला दिया। मतदान रोकने के लिए नक्सलियों फायरिंग भी की। इस पर जवानों ने जवाबी कार्रवाई की। जिसके बाद नक्सली निकले । बताया जा रहा है कि नक्सलियों दूरमा और सिंगाराम के जंगल में बीजीएल भी दागे हैं। इसके बाद बड़ी संख्या में एकत्र और एकत्र जवानों को रवाना किया गया है। हमले में कोई हताहत नहीं हुआ है। दूसरी ओर कवर्धा के पंडरिया में ग्रामीणों ने सड़क की मांग को लेकर चुनाव का बहिष्कार कर दिया है। यहां के भरवेपारा मतदान केंद्र पर सुबह से एक भी वोट नहीं पड़ा है। कवर्धा जिले के पंडरिया विधानसभा क्षेत्र के ग्राम भरेवापारा में लोगों ने मतदान का बहिष्कार कर दिया है। बताया जा रहा है कि गांव में विकास नहीं होने के चलते ग्रामीण नाराज हैं। अधिकारी मतदान के लिए ग्रामीणों को मनाने गांव पहुंचे हैं। अभी तक यहां बने बूथ पर एक भी वोट नहीं पड़ा है। वहीं झिरिया खुर्द में भी ग्रामीणों ने मूलभूत सुविधाओं को लेकर चुनाव बहिष्कार कर दिया है। नारायणपुर नारायणपुर में 3 दिन पहले नक्सलियों के हमले में मारे गए भाजपा नेता रतन दुबे का परिवार भी वोट डालने पहुंचा। बंडा रतन के पिता के साथ उनकी बेटी मतदान कर करने आई थीं। इस दौरान रतन के पिता  ने कहा कि, उनके बेटे की क्या गलती थी, कि उसे मार दिया। मेरे बेटे की पत्नी, भाई, बहू भाग और मैं वोट देने आए हैं। नक्सल समस्या का ने हल निकलना चाहिए।