मैंने कमल नाथ से कहा था सपा को चार सीटें दे दो, फिर क्या हुआ पता नहीं

मैंने कमल नाथ से कहा था सपा को चार सीटें दे दो, फिर क्या हुआ पता नहीं
मैंने कमल नाथ से कहा था सपा को चार सीटें दे दो, फिर क्या हुआ पता नहीं

भोपाल, एजेंसी । मध्य प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के लिए गठबंधन की बात बनते-बनते बिगड़ गई। इसके बाद सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कांग्रेस को धोखेबाज पार्टी तक कह दिया। वहीं कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ से इस बारे में जब पूछा गया तो उन्होंने पल्ला झाड़ते हुए कह दिया कि छोड़ो अखिलेश- वखिलेश । इसी बीच मप्र में सीट बंटवारे को लेकर कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह का बड़ा बयान सामने आया है।

दिग्विजय सिंह बातचीत में कहा कि कमल नाथ ने क्या कहा, मुझे नहीं पता कि उन्होंने कैसे कहा । लेकिन किसी के बारे में ऐसा कुछ नहीं कहना चाहिए। हां मैं इस बात को स्वीकार कर रहा हू कि मेरे पास कमल नाथ जी ने अशोक सिंह को मेरे पास दीप नारायण यादव के नेतृत्व वाली टीम के साथ चर्चा के लिए भेजा था। उनके साथ बैठक में हमने चर्चा की थी । समाजवादी पार्टी का एक प्रत्याशी बिजावर से ( पिछले चुनाव में) जीता था, जो भाजपा ‘चला गया। दो सीटों पर सपा प्रत्याशी दूसरे नंबर पर आए थे। सपा छह सीटें मांग रही थी । हमारी चर्चा हुई और हम चार सीटें उनके लिए छोड़ सकते थे, इसकी रिपोर्ट बनाकर मैंने कमल नाथ को भेज दी थी।

कहां बिगड़ी बात, पता नहीं

दिग्विजय ने आगे कहा कि मैंने केंद्रीय नेतृत्व से भी कार्यसमिति की बैठक में पूछा कि इंडिया अलायंस के साथ हमारा क्या संबंध होना चाहिए। उन्होंने राज्यों के चुनाव में इसे प्रदेश नेतृत्व पर छोड़ दिया है। अब इंडिया अलायंस लोकसभा चुनाव तो साथ मिलकर लड़ेगा, लेकिन राज्य चुनाव में हमारे मुद्दे अलग हैं। दिग्विजय सिंह ने अखिलेश यादव की तारीफ करते हुए कहा कि वह बहुत ईमानदार और समझदार व्यक्ति हैं। वह पढ़े-लिखे हैं और पार्टी और परिवार को संभाल रहे हैं । मुझे नहीं पता कि चर्चा कहां गलत हुई, लेकिन कमल नाथ पूरी ईमानदारी से किसी समझौते पर पहुंचना चाहते थे। लेकिन ठीक है, गठबंधन में तो दोस्ताना मुकाबले भी हो जाते हैं।