भाजपा संभागीय कार्यालय में हुए हंगामे की रिपोर्ट केंद्रीय गृह मंत्रालय ने मंगाई: पार्टी हाईकमान का रुख भी गंभीर

भाजपा संभागीय कार्यालय में हुए हंगामे की रिपोर्ट केंद्रीय गृह मंत्रालय ने मंगाई: पार्टी हाईकमान का रुख भी  गंभीर
भाजपा संभागीय कार्यालय में हुए हंगामे की रिपोर्ट केंद्रीय गृह मंत्रालय ने मंगाई: पार्टी हाईकमान का रुख भी  गंभीर

जबलपुर(सिटी डेस्क)। उत्तर विधानसभा सीट पर भाजपा प्रत्याशी की घोषणा के बाद प्रदेश प्रभारी केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव के साथ राष्ट्रीय एवं प्रांतीय स्तर के संगठन पदाधिकारियों के साथ हुई हाथापाई और प्रदेश अध्यक्ष विरोधी नारेबाजी के पूरे वीडियो भाजपा केंद्रीय कार्यालय द्वारा तलब किए जाने के बाद इस बात की संभावना बढ़ती जा रही है कि पार्टी हाईकमान श्री यादव के साथ ही शिवप्रकाश और हितानंद के साथ किए गए दुर्व्यवहार से बेहद नाराज है। इस बारे में ये चर्चा भी है कि आई.बी ने भी अपनी रिपोर्ट में समूचे घटनाक्रम का ब्यौरा भेजा है। केंद्रीय मंत्री के सुरक्षा कर्मी के साथ की गई मारपीट की जानकारी केंद्रीय गृह मंत्रालय तक पहुंच गई है। संभवतः उक्त सुरक्षा कर्मी से विभागीय स्तर पर भी पूछताछ कर उसके बयान लिए जा सकते हैं। चूंकि बात केंद्रीय मंत्री की सुरक्षा से जुड़ी हुई है इसलिए केंद्र सरकार के अलावा प्रदेश स्तर पर भी इस घटना से हड़कंप है क्योंकि केंद्रीय मंत्री के आगमन की पूरी जानकारी स्थानीय प्रशासन और पुलिस को भी दी जाती है और स्थानीय स्तर पर भी उनके सुरक्षा प्रबंध किए जाते हैं । इस बारे में भोपाल पुलिस मुख्यालय से भी रिपोर्ट मंगाए जाने की चर्चा हो रही है क्योंकि केंद्रीय मंत्री के सुरक्षा कर्मी से मारपीट बहुत ही नाजुक मामला है । जहां तक बात राजनीतिक स्तर की है तो उत्तर सीट की टिकिट परिवर्तन की मांग करने वाले असमंजस में हैं । स्थानीय संभागीय कार्यालय में हुए हंगामे और झूमाझटकी के कारण प्रदेश और केंद्रीय नेतृत्व भन्नाया हुआ है। टिकिट बदलवाने वाले भी अपना अगला कदम तय नहीं कर पा रहे क्योंकि भाजपा आलाकमान से अब तक किसी भी तरह के संकेत उनको नहीं मिले। ऐसे में यदि किसी को निर्दलीय लड़वाने का फैसला नहीं हो पा रहा । टिकिट परिवर्तन की मुहिम चलाने वालों को अभी भी ये उम्मीद है कि उनकी मांग सुनी जाएगी। वहीं दूसरी तरफ टिकिट मिलते ही अभिलाष पांडे सक्रिय हो उठे हैं। आने वाले दो -तीन दिन में दोनों खेमों की तैयारियां सामने आ जाएंगी। पार्टी आलाकमान और केंद्र सरकार संभागीय कार्यालय में हुए हंगामे पर क्या कार्रवाई करती है ये देखने वाली बात होगी।