जबलपुर, का. सं.। शहर के सबसे व्यस्त मार्गों में से एक पर्यटन चौराहा एक्सीडेंटल प्वॉइंट बनता जा रहा है। अनुमान के मुताबिक हर दिन इस चौराहे पर 10 से ज्यादा छोटी-बड़ी दुर्घटनाएँ होती हैं। सबसे ज्यादा परेशानी दोपहर 1 से 2 बजे के बीच होती है, जब आसपास के स्कूल छूटते हैं, क्योंकि कलेक्ट्रेट, हाई कोर्ट के साथ डीआरएम कार्यालय समेत अन्य सरकारी, गैर सरकारी दफ्तरों में भी इसी समय लंच टाइम होता है, जिस कारण अचानक ट्रैफिक बढ़ता है और लोग तेज रफ्तार से वाहन चलाते हैं। क्षेत्रीय लोगों का कहना है कि तैयब अली और घमापुर चौक से ज्यादा इस चौराहे पर व्यवस्थित रोटरी और ट्रैफिक सिंग्नल का लगाना जरूरी है, जिससे दुर्घटनाएँ भी नहीं होंगी और यातायात भी सुगम बना रहेगा ।
सीसीटीवी कैमरे भी नहीं सुबह से शाम तक इस – मार्ग पर यातायात तो काफी रहता है, लेकिन रात के समय यहाँ सूनापन छा जाता है, जिसके कारण कई बार लूटपाट और मारपीट जैसी गंभीर वारदातें भी हो चुकी हैं, इसलिए इस चौराहे और आसपास के मार्गों पर सीसीटीवी कैमरे भी लगने चाहिए ।
सब कुछ फिर भी अव्यवस्थित पर्यटन चौराहे के आसपास के सभी मार्गों की सड़कें चौड़ी हैं और अच्छे डिवाइडर बने हुए हैं, इसके अलावा दो तरफ पर्याप्त चौड़ाई के लेफ्ट टर्न भी बने हुए हैं, लेकिन हाई कोर्ट चौक से क्राइस्ट चर्च स्कूल और पुल नंबर 2 की तरफजाने वाले मार्ग पर तेज रफ्तार से वाहन निकलने के कारण हादसे होते हैं। रोटरी और ट्रैफिक सिंग्नल लगने से ये समस्या दूर हो सकती है।