अमृत महोत्सव : शहर की अग्रणी साहित्यिक, सांस्कृतिक संस्थाओं ने किया मथुरा जैन उत्साही का सम्मान

अमृत महोत्सव : शहर की अग्रणी साहित्यिक, सांस्कृतिक संस्थाओं ने किया मथुरा जैन उत्साही का सम्मान
अमृत महोत्सव : शहर की अग्रणी साहित्यिक, सांस्कृतिक संस्थाओं ने किया मथुरा जैन उत्साही का सम्मान

जबलपुर, का. सं.। महाकोशल विकास मंच, मंचदीप एवं गूंज सहित संस्कारधानी की चालीस से अधिक अग्रणी संस्थाओं ने बुधवार को सुविख्यात संयोजक मथुरा जैन उत्साही का अमृत महोत्सव मनाते हुए सम्मान किया। इस अवसर पर आयोजित हुए कवि सम्मेलन में देश के प्रसिद्ध कवियों ने गीत गजलों की रस वर्षा की वहीं हास्य व्यंग के माध्यम से विसंगतियों पर करारे प्रहार किए। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में विधायक लखन घनघोरिया एवं विधायक विनय सक्सेना उपस्थित रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता दैनिक भास्कर के ज्वाइंट मैनेजिंग डायरेक्टर राकेश अग्रवाल ने की। विशिष्ठ अतिथि वरिष्ठ पत्रकार मनीष गुप्ता, वरिष्ठ परकार रवि बाजपेई, वरिष्ठ पत्रकार सच्चिदानंद शेकटकर उपस्थित रहे। अतिथियों ने श्री उत्साही को अभिनंदन पत्र भेंट किया। वहीं शहर की विभिन्न संस्थाओं के पदाधिकारियों ने शाल श्रीफल भेंट कर सम्मान किया। इस अवसर पर कार्यक्रम के संयोजक मनीष तिवारी ने कहा कि जो व्यक्ति न कवि है, न साहित्यकार है, न पत्रकार है न कलाकार है किंतु उसकी तपस्या इन सबसे कम नहीं है। उनका अमृत महोत्सव दरअसल मथुरा उत्साही की तपस्या का अमृत महोत्सव है। संस्कारधानी के वरिष्ठ कवि एवं पत्रकार मोहन शशि ने रचना पढ़ी। कवि सम्मेलन की शुरुआत करते हुए कवियित्री रंजना गौतम ने रचना प्रस्तुत की। अथर्व तिवारी की यह रचना भरपूर सराही गई। राहुल राय ने देशभक्ति से ओतप्रोत रचना पढ़ी। शंकर सहर्ष की इस रचना को श्रोताओं ने खूब सराहा। कार्यक्रम के विभिन्न चरणों में मंच संचालन मनीष तिवारी माधुरी मिश्रा मनोज नामदेव एवं अखिलेश सेठ ने किया। कार्यक्रम में बच्चू रोहाणी, यतीश अग्रवाल, शरद अग्रवाल, के के मुखर्जी, एमआईसी सदस्य अमरीश मिश्रा, पार्षद संतोष दुबे, दिनेश यादव, मुकेश राठौर, अमित जैन आदि की उपस्थिति उल्लेखनीय रही। आभार प्रदर्शन मनोज नामदेव ने किया।

इन संस्थाओं की रही सहभागिता महाकौशल विकास मंच, मंचदीप, गूंज अंतर्राष्ट्रीय मंच के साथ ही श्री जानकीरमण महाविद्यालय, गुंजन कला सदन, मिलन, मित्रसंघ, विवेचना, वर्तिका, प्रसंग अंतरराष्ट्रीय मंच, अग्रवाल सभा, श्री रामलीला समिति गढ़ा, पाथेय, जागरण, मप्र आंचलिक साहित्यकार परिषद, साहित्य सहोदर, अनेकांत, सृजन पथ, मप्र हिंदी लेखिका मंच, सुप्रभात, अंतस, मंथन, हम सब अखिल भारतीय बुंदेली संस्कृति परिषद, शब्दाक्षर, विश्व वाणी अभियान व अन्य संस्थाओं की सहभागिता से यह कार्यक्रम आयोजित गया।