बेमौसम बरसात से धान हो गई बर्बाद चना-गेहूं के खेत सड़ने की कगार पर

बेमौसम बरसात से धान हो गई बर्बाद चना-गेहूं के खेत सड़ने की कगार पर
बेमौसम बरसात से धान हो गई बर्बाद चना-गेहूं के खेत सड़ने की कगार पर

पनागर, का.सं. । बेमौसम बरसात ने जिले के समूचे किसानों की धान की फसल अधिक बरसात के कारण दिनों दिन नस्ट हो रही है क्योंकि सभी किसानों की धान अधिकांशतः खुले मैं सूखने के लिए रखी जाती है अचानक लगातार बरसात होने के कारण खेतों मैं पानी भर गया है और धान के ढेर डूब मैं आने लगातार धकें होने के कारण सड़ने लगी है । वहीँ दूसरी ओर अगली रवि की फसल के लिए चना एवं गेंहूँ की वोवनी कर चुके किसानों का बीज भी खेत भरने एवं अधिक जिलकान के कारण 90त्नसड़ने की कगार पर है इस बेमौसम बरसात के कारण किसानों को तिहरे नुकसान को झेलना पड़ेगा क्योंकि इस बरसात के कारण किसानों की तीसरी उड़द मूंग की फसल लेट होगी और किसानों को लगातार पूरे साल भर नुकसान उठाना पड़ेगा ऐसी स्थिति मैं किसानों को अगली फसल से भी भरपाई की | कोई उम्मीद दिखाई नहीं दे रही है और किसान गहन चिंता के साथ परेशान है चुकी धान की फसल भी इसी तरह मौसम के चलते खराब होने की स्थिति में है और अगली आने वाली फसल के लिए डाला गया बीज अधिकतर नष्ट हो चुका है और किसान खराब स्थिति से जूझ रहा है।
भारत के सब समाज की कृषक समाज के केके अग्रवाल जी रूपेंद्र पटेल विमल जैन रमेश पटेल मनकवारा जगन्नाथ शर्मा वीरेंद्र दास बैरागी बमनोदा गोकुल पटेल रामदास पटेल जितेंद्र पटेल ग्राम नुनिया विजय पटेल मोहनिया सुशील केवट पिपरिया शिवकुमार पटेल करीबाह मनोज पटेल तिवारी खेड़ा मध्य प्रदेश शासन से किसानों ने मांग की है कि शीघ्र ही जांच करते हुए प्रति एकड़ ?10000 का मुआवजा एवं पीड़ित कृषको को दलहन का बी जिनका नष्ट हो चुका है उन्हें बीज प्रदान किया जाए।