नवरात्रि के पांचवें दिन – माँ स्कंदमाता
माँ आदिशक्ति भवानी का पांचवां रूप स्कंदमाता का है। भक्तों को माँ संतान सुख का वरदान देती हैं स्कंदमाता स्कंद कुमार भगवान कार्तिकेय की माँ हैं।अपने भक्तों पर पुत्र समान स्नेह लुटाती है।इनकी कृपा से सुनी गोद भर जाती है।
माँ को पीले फूल ,केला और बताशे ,केसर युक्त खीर का भोग प्रिय है।
स्कंदमाता बीज मंत्र : ह्रीं क्लीं स्वमिन्यै नम:
प्रार्थना – या देवी सर्वभूतेषु माँ स्कन्दमाता रूपेण संस्थिता।
नमस्तस्यै , नमस्तस्यै , नमस्तस्यै , नमो – नम:।।
प्रस्तुति :- नीरजा वाजपेयी