प्रवर्तन निदेशालय द्वारा गिरफ़्तार किए जाने के बाद हेमंत सोरेन ने बुधवार शाम झारखंड के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफ़ा दे दिया, जिसे राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने स्वीकार कर लिया.
उसके बाद झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेता चुने गए चंपई सोरेन ने सरकार बनाने का दावा पेश किया. लेकिन दावा पत्र स्वीकार करने के बाद अभी तक राज्यपाल ने उन्हें सरकार बनाने का आमंत्रण नहीं दिया है.
ऐसे में झारखंड में अभी न तो कोई मुख्यमंत्री है और न ही कार्यवाहक मुख्यमंत्री.
इससे पहले, राज्यपाल के नाम लिखे पत्र में चंपई सोरेन ने 47 विधायकों के समर्थन का दावा पेश किया है.
राज्य में सरकार बनाने के लिए 81 सदस्यों की विधानसभा में 41 विधायकों का समर्थन चाहिए.