नगर निगम के साथ जिला प्रशासन के अधिकारियों को नजर नहीं आ रही अराजकता
जबलपुर (हिन्दी एक्सप्रेस)। आगे पाठ पीछे सपाट….. कुछ यही हाल यहां के नगर निगम अधिकारियों के है। बीते दिनों महापौर जगत बहादुर अन्नू के निर्देश पर शहर में अतिक्रमण हटाने और लेफट टर्न को कब्जा मुक्त करने अभियान चलाया गया। दो तीन दिन तक तो नगर निगम के अतिक्रमण अमले ने ताबड़तोड़ कार्यवाही की लेकिन बाद में अमला फिर सो गया और परंपरानुसार जंहा जंहा भी अतिक्रमण हटाये गये थे वहां अब फिर अतिक्रमण पहले की तरह जम गये है। जबकि महापौर के निर्देश थे कि अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही निरंतर जारी रहे लेकिन अतिक्रमण अमले के साथ अधिकारी महापौर के निर्देश की परवाह ही नहीं कर रहे। नगर निगम अधिकारियों की इसी बेपरवाही के कारण अतिक्रमणकर्ता अतिक्रमण हटने के बाद दिलेरी से फिर अतिक्रमण कर लेते है। अधिकारियों को लग गई ठंड पहले जिले के प्रशासनिक अधिकारी हो या नगर निगम के अधिकारी शहर में सड़कों पर निरीक्षण पर निकलते थे जिससे काफी हद तक व्यवस्थायें पटरी पर रहती थी लेकिन अब प्रशासन के अधिकारियों को अपने कार्यालय से निकलने की ही फुर्सत नहीं रहती साथ ही नगर निगम के जिम्मेवार अधिकारी भी सिर्फ बैठक लेकर दिशा निर्देश देने में व्यस्त रहते है। यही कारण है कि शहर में ऐसे कोई क्षेत्र नहीं है जंहा अतिक्रमण के कारण यातायात व्यवस्था अराजक न हो शहर विकास को लेकर अधिकारियों को कोई चिंता नहीं होने के कारण शहर में नागरिक अराजक यातायात के कारण रंग रंग कर चलने मजबूर है। रोजाना लगता है घंटो जाम निर्माणाधीन फलाईओवर मार्ग रानीताल से लेकर दमोहनाका, शांति नगर और चण्डालभाटा मार्ग पर प्रतिदिन घंटो जाम लग रहा है लेकिन अफसोस की बात है कि इन मार्गो पर व्यवस्था बनाने यातायात पुलिस का एक जवान भी नजर नहीं आता। जबकि जाम के कारण लोग पुलिस के आला अधिकारियों के साथ कंट्रोल रूम में भी सूचना देते है लेकिन इसके बाद भी यहां अव्यवस्था सुधारने की चिंता कोई नहीं कर
रहा।