वाशिंगटन, एजेंसी। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने शनिवार को कहा कि अवैध प्रवासी देश में जहर घोलने का काम कर रहे हैं। न्यू हैम्पशायर में एक रैली के दौरान ट्रम्प ने कहा- एशिया, अफ्रीका और साउथ अमेरिका से प्रवासी हमारे देश में आ रहे हैं। वे न केवल दक्षिण अमेरिका में, बल्कि पूरी दुनिया के मानसिक संस्थानों और जेलों में जहर घोलते हैं। इसके अलावा ट्रम्प ने अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन पर भी तंज कसा। ट्रम्प ने कहा- बाइडेन अमेरिका के इतिहास में सबसे खराब, सबसे अक्षम और सबसे भ्रष्ट राष्ट्रपति हैं। अगर वो फिर से चुने गए तो देश को नर्क में ले जाएंगे। न्यूयॉर्क पोस्ट के मुताबिक, ट्रम्प ने कहा- जब तक बाइडेन व्हाइट हाउस में हैं, तब तक अमेरिका के सपने मर चुके हैं।
एक दिन के लिए तानाशाह बनना चाहते हैं ट्रम्प FREE DIE ये पहली बार नहीं है जब ट्रम्प ने 2024 में होने वाले अमेरिका के राष्ट्रपति पद के चुनाव के लिए प्रचार के दौरान अप्रवासियों का मुद्दा उठाया है। कुछ दिन पहले भी ट्रम्प ने एक इंटरव्यू में कहा था कि अगर वो राष्ट्रपति चुने गए तो एक दिन के अमेरिका के तानाशाह बनेंगे ताकि वो मैक्सिको के बॉर्डर को बंद कर सकें। सितंबर के अंत में एक वेबसाइट को दिए इंटरव्यू में भी अवैध अप्रवासियों के लिए ट्रंप ने इसी तरह की भाषा का इस्तेमाल किया था। इससे पहले अगस्त में में भी ट्रम्प ने न्यू हैम्पशायर में रैली की थी। तब भी उन्होंने अवैध अप्रवासियों को डिपोर्ट करने की बात कही थी। न्यूयॉर्क टाइम्स के मुताबिक, ट्रम्प ने कहा था- हमारे देश पर हमला हो रहा है। अगर मैं सत्ता में आया तो सभी जरूरी स्टेट, लोकल, फेडरल और मिलिट्री पावर का इस्तेमाल करके अमेरिका में अब तक का सबसे बड़ा डिपोर्टेशन ऑपरेशन चलाऊंगा। ट्रम्प ने पॉलिटिकल एक्शन कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा था- हम बॉर्डर पर डिपोर्टेशन ऑफिसर तैनात करेंगे। एक-एक अवैध प्रवासी को ढूंढकर उन्हें वापस भेजेंगे। हम बॉर्डर पर दीवार बना देंगे। गैरकानूनी इमिग्रेशन हमेशा से ट्रम्प का चुनावी मुद्दा रहा है। 2016 के चुनाव कैंपेन में भी ट्रम्प ने यही मुद्दा उठाया था। ट्रम्प के शब्द हिटलर से प्रेरितः ट्रंप की इस टिप्पणी पर येल यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर और फासीवाद पर किताब लिखने वाले जोनाथन स्टेनली ने कहा- ट्रम्प बार-बार इस इन श्बदों का इस्तेमाल कर रहे हैं, जो खतरनाक हो सकता है। ट्रंप के शब्द नाजी हिटलर के बयानों से प्रेरित नजर आ रहे हैं। हिटलर की किताब मीन कैम्फ के मुताबिक, हिटलर भी यहूदियों के लिए इसी तरह की भाषा इस्तेमाल करता था। हिटलर ने कहा था कि यहूदी जर्मनी के खून में जहर घोलने का कंजर्वेटिव काम कर रहे हैं।