जम्मू-कश्मीर के कुलगाम में 5 आतंकवादी मारे गए

जम्मू-कश्मीर के कुलगाम में 5 आतंकवादी मारे गए
जम्मू-कश्मीर के कुलगाम में 5 आतंकवादी मारे गए

सामनू इलाके में सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ खत्म

श्रीनगर, एजेंसी । जम्मू-कश्मीर के कुलगाम में सुरक्षाबलों के एनकाउंटर में शुक्रवार को 5 आतंकी मारे गए। पांचों आतंकी लश्कर ए तैयबा से जुड़े द रेजिस्टेंस फोर्सके बताए जा रहे हैं। पहले तीन आतंकियों के मार जाने की जानकारी आई थी। इसके बाद सूत्रों के हवाले से दो और आतंकियों के ढेर होने की खबर है। एनकाउंटर साइट पर फायरिंग अभी भी जारी है। यहां और आतंकी भी हो सकते हैं। जम्मू-कश्मीर पुलिस के मुताबिक, 16 नवंबर की शाम सामनू इलाके में सर्च ऑपरेशन के दौरान सुरक्षाबलों पर आतंकियों ने फायरिंग की थी। इसके बाद यहां एनकाउंटर शुरू हो गया। सेना की 34वीं राष्ट्रीय राइफल्स, 9 पैरा (एलीट स्पेशल फोर्स यूनिट), सीआरपीएफ और राज्य पुलिस के जॉइंट रहे ऑपरेशन में गुरुवार देर रात फायरिंग रोक दी गई थी, जो शुक्रवार सुबह फिर शुरू हुई।
आर्टिकल 370 हटने के बाद से नाम बदलकर ऑपरेट कर रहा लश्कर-ए-तैयबा लश्कर-ए-तैयबा अब कश्मीर घाटी में द रेजिस्टेंस फोर्स के नाम से ऑपरेट कर रहा है। सुरक्षाबलों के अधिकारी बताते हैं कि 2019 में जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 हटने के बाद से एलईटी ने सोची समझी रणनीति के तहत ऐसा किया है। दो वजहों से लश्कर-ए-तैयबा ने नाम बदला है रेजिस्टेंस फ्रंट जैसा नाम रखने से आतंकियों की हथियारबंद लड़ाई को स्थानीय कश्मीरी लड़कों की लड़ाई जैसे दिखाया जाता है। ये नाम सेक्युलर भी है जो फॉरेन मीडिया को ज्यादा आकर्षित करता है और कश्मीर के संघर्ष की नई तस्वीर पेश करता है। पिछले महीने श्रीनगर में आतंकी ने पुलिस इंस्पेक्टर को गोली थी। जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में पिछले महीने ईदगाह इलाके में एक आतंकी ने पुलिस इंस्पेक्टर को गोलियां मारी थीं गोलियां उनके पेट, गर्दन और आंख में लगी थीं। इंस्पेक्टर की पहचान मसरूर अली वानी के रूप में हुई थी। मसरूर येचिपोरा ईदगाह इलाके के रहने वाले हैं। हमले की जिम्मेदारी आतंकी संगठन टीआरएफ ने ली है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक हमला उस समय हुआ, जब मसरूर वानी स्थानीय लड़कों के साथ क्रिकेट खेल थे। सितंबर में 3 अफसर, 2 जवान शहीद हुए थे जम्मू-कश्मीर में 13 सितंबर को आतंकियों के साथ दो मुठभेड़ों में 3 अफसर और दो जवान शहीद हो गए थे। शहीद अफसरों में सेना के एक कर्नल, एक मेजर और पुलिस के एक डीएसपी शामिल थे। आतंकियों ने सुरक्षाबलों पर उस वक्त गोली चला दी, जब वे सर्च ऑपरेशन चला रहे थे। एक जवान की मौत राजौरी में हुई। इस दौरान दो आतंकी भी मारे गए। यहां सर्चिंग के दौरान मंगलवार को सेना के डॉग की भी मौत हो गई। उसने अपने हैंडलर की जान बचाने के लिए खुद की जिंदगी दांव पर लगा दी।