यूरोप में आतंकी समूहों के समर्थकों पर कसता शिकंजा
नई दिल्ली, एजेंसी । जर्मनी ने फिलिस्तीनी आतंकवादी समूह हमास की गतिविधियों पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने की घोषणा की है और इजरायल विरोधी और यहूदी विरोधी विचारों को फैलाने के आरोपी फिलिस्तीन समर्थक समूह को भंग करने का आदेश दिया है। एक बयान में, जर्मनी की आंतरिक मंत्री नैन्सी फेसर ने कहा, कि उन्होंने हमास और हमास के समर्थन में निकाली जाने वाली रैलियों और किसी भी तरह के हमास समर्थन गतिविधियों पर औपचारिक प्रतिबंध लागू कर दिया है। जर्मनी पहले से ही हमास को आतंकवादी संगठन मानता है।
जर्मनी की आंतरिक मंत्री फेसर ने कहा, कि हमास के साथ, मैंने आज एक आतंकवादी संगठन की गतिविधियों पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया है, जिसका मकदस इज़राइल राज्य को नष्ट करना है। लेबनान हमास के एक अधिकारी ने कहा, कि इस कदम से पता चलता है कि जर्मनी, फिलिस्तीनी लोगों के खिलाफ अपराधों पर इज़राइल के साथ साझेदारी में है। लेबनान में हमास के प्रतिनिधि ओसामा हमदान ने गुरुवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, कि यह हमें यह सवाल करने के लिए प्रेरित करता है, कि क्या जर्मन राजनीतिक मानसिकता एक नरसंहार मानसिकता है, जो किसी एक पार्टी या प्रतिनिधि को नहीं, बल्कि सभी लोगों को प्रभावित करती है जबकि, जर्मनी की आंतरिक मंत्री फेसर ने कहा, कि सैमिडौन नेटवर्क की जर्मन शाखा पर भी प्रतिबंध लगा रही हैं और उसे भंग कर रही हैं, जिसके में उन्होंने कहा, कि वह हमास सहित आतंकी समूहों का समर्थन और महिमामंडन करती आपको बता दें, कि जर्मन चांसलर ओलाफ स्कोल्ज़ ने 12 अक्टूबर को इन दोनों संगठनों के खिलाफ कार्रवाई करने की घोषणा की थी। आपको बता दें कि 7 अक्टूबर को जब हमास के आतंकियों ने इजराइल के ऊपर हमला किया था और इजराइल में सैकड़ों बेगुनाह लोगों को मार दिया था, बच्चों के गला काट दिए थे, उस वक्त सैमिडौन ने जर्मनी की राजधानी बर्लिन में जश्न मनाया था और जर्मनी की सड़कों पर पेस्ट्री बांटी थी । हमास के हमले में इजराइल के 1400 से ज्यादा लोग मारे गये थे। जर्मनी मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, फेसर ने कहा, कि इजरायल के खिलाफ हमास के भयानक आतंकवादी हमलों के जवाब में जर्मनी में स्वत:स्फूर्त उत्साह समारोह आयोजित करना, सैमिडौन के यहूदी विरोधी, अमानवीय विश्वदृष्टिकोण को विशेष रूप से घृणित तरीके से प्रदर्शित करता है। हमले के बाद से, इज़राइल ने गाजा पर लगातार बमबारी की है और क्षेत्र पर अपनी नाकाबंदी कड़ी कर दी है, ईंधन की आपूर्ति में कटौती की है और पानी, भोजन और बिजली की पहुंच को गंभीर रूप से प्रतिबंधित कर दिया है।