मप्र में सीटों के बंटवारे को लेकर सपा और कांग्रेस के बीच चल रहा वाकयुद्व अब रुकने जा रहा है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकाअर्जुन खरगे के फोन कॉल के बाद सपा नेताओं के तेवर बदल गए हैं। कल तक कांग्रेस को कोसने वाले नेता अब इस बारे में बात करने से बच रहे हैं। सूत्रों के अनुसार पहले राहुल गांधी ने अपना संदेश अखिलेश को पहुंचाया। फिर रविवार को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिका अर्जुन खरगे ने खुद ही अखिलेश से बात की। ऐसा माना जा रहा है कि मप्र में दोनों पार्टियों के बीच गठबंधन हो सकता है। सपा के एक नेता नाम ना छापने की शर्त पर कह रहे हैं कि पार्टी ने भले ही मप्र में सीटें घोषित कर दी हों लेकिन यदि गठबंधन होता है तो हम अपने प्रत्याशी वापस ले लेंगे। अभी नाम वापस लेने का विकल्प खुला हुआ है।
राम गोपाल बोले कमलनाथ मेरे दोस्त
बीते दिनों कमलनाथ का एक बयान वायरल हो रहा था। इस बयान में कमलनाथ यह कहते दिख रहे थे कि कौन अखिलेश वखिलेश। इस बयान को सपा प्रमुख ने गंभीरता से लिया था। इसके बाद उनकी तरफ से तल्ख टिप्पणी भी आई थी। सपा के नेता भी इस बयानबाजी में कूद पड़े थे। अब इस मसले को ठंडा करने की कोशिशें हो रही हैं। सपा के वरिष्ठ नेता राम गोपाल यादव ने कहा कि कमलनाथ तो मेरे दोस्त हैं। उनसे किसी प्रकार की खटास नहीं है। मालूम हो कि राम गोपाल यादव अखिलेश के करीबी हैं।
चल रही है बैठक
मप्र में सीटों के बंटवारे को लेकर सोमवार को लखनऊ के प्रदेश के मुख्यालय में बैठक चल रही है। कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व के दखल देने के बाद पार्टी नए सिरे से मप्र के हालातों पर विचार कर रही है। संभव है कि सोमवार की शाम ही इस पर कुछ फैसला हो जाए।