बिजनेसमैन हीरानंदानी ने स्वीकार किया- खुद यूज करता था महुआ का ईमेल

बिजनेसमैन हीरानंदानी ने स्वीकार किया- खुद यूज करता था महुआ का ईमेल
बिजनेसमैन हीरानंदानी ने स्वीकार किया- खुद यूज करता था महुआ का ईमेल

नई दिल्ली, एजेंसी। टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा पर बिजनेसमैन दर्शन हीरानंदानी से रुपये लेकर संसद में सवाल पूछने का आरोप भाजपा के सांसद निशिकांत दुबे ने लगाया था। अब खुद हीरानंदानी ने चिट्ठी लिखकर महुआ मोइत्रा पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने बताया कि उनके पास महुआ के लोकसभा का लॉगिन आईडी और पासवर्ड हुआ करता था। वह उसका इस्तेमाल कर खुद ही सवाल पूछ लिया करते थे। हीरानंदानी ने चिट्ठी में कहा कि महुआ ने गौतम अडानी के खिलाप संसद में आरोप पीएम मोदी की छवि को खराब करने के लिए लगाए। वह पीएम मोदी की छवि को बिगाड़ना चाहती थीं। हीनंदानी ने चिट्ठी लिखकर अपने दस्तखत के जारी की है।

सांसद महुआ ने हीरानंदानी के हलफनामा को बताया फर्जी, बोली- पीएमओ ने बंदूक रखकर कराए जबरन हस्ताक्षर

कोलकाता, एजेंसी । तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) सांसद महुआ मोइत्रा ने संसद में रिश्वत के बदले सवाल पूछने के आरोप के मामले में प्रधानमंत्री कार्यालय पर बड़ा आरोप लगाया है। महुआ मोइत्रा ने हीरानंदानी के हलफनामे के फर्जी बताते हुए कहा कि उन पर लगाए सभी आरोप पूरी तरह गलत है। महुआ मोइत्रा ने कहा कि व्यापारी दर्शन हीरानंदानी का हलफनामा पूरी तरह से फर्जी है। महुआ ने आरोप लगाया कि ये सब प्रधानमंत्री कार्यालय ने हीरानंदानी को बंदूक की नोक पर मजबूर कर श्वेत पत्र पर हस्ताक्षर कराए है टीएमसी सांसद ने कथित तौर पर हीरानंदानी द्वारा संसद की आचार समिति को सौंपे गए हलफनामे की विश्वसनीयता पर भी सवाल उठाए हैं, जिसमें यह कहा गया है कि यह च्न तो आधिकारिक लेटरहेड पर है और न ही नोटरीकृत है।

सिर पर बंदूक रखी होगी: हलफनामे को लेकर महुआ मोइत्रा ने कहा कि ये न तो आधिकारिक लेटरहेड है और न ही नोटरीकृत है। महुआ ने कहा कि हीरानंदानी देश में बड़े व्यापारियों में शामिल हैं और किसी श्वेत पत्र पर हस्ताक्षर क्यों करेंगे, जब तक कि ऐसा करने के लिए उसके सिर पर बंदूक नहीं रखी गई हो ? गौरतलब है कि गुरुवार को दिग्गज व्यापारी हीरानंदानी ने एक पत्र लिखकर टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा था कि उनके पास महुआ मोइत्रा का लोकसभा का ईमेल एक्सेस था, जिससे वो खुद ही अदाणी के खिलाफ सवाल डाल देते थे। महुआ ने अदाणी पर इसलिए बार-बार आरोप लगाए थे, ताकि वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की छवि को को खराब कर सके। हीरानंदानी ने इस पर अपने हस्ताक्षर के साथ एक हलफनामा भी जारी किया है।

महुआ वकील पीछे हटे, छोड़ा केस-फॉर- क्यूरी का मुकदमा के

तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा से जुड़े संसद में सवाल पूछने के लिए रिश्वत लेने के मामले में उनके वकील मुकदमे से पीछे हट गए हैं। मामले की अगली सुनवाई 31 अक्टूबर को होगी। महुआ मोइत्रा हितों के टकराव की वजह से मुकदमे से खुद को अलग कर दिया है। इस मामले की सुनवाई 31 अक्टूबर को होनी है। कंफ्लिक्ट ऑफ इंटरेस्ट की वजह से छोड़ा केस: सुनवाई के दौरान भाजपा सांसद निशिकांत दुबे को महुआ मोइत्रा के खिलाफ सबूत उपलब्ध करवाने वाले वकील जय अनंत देहाद्राई ने दावा किया कि महुआ मोइत्रा के वकील गोपाल शंकरनारायण का इस मामले में कफ्लिक्ट ऑफ इंटरेस्ट है। गौरतलब है कि झारखंड के गोड्डा से बीजेपी सांसद निशिकांत अनंत देहादाई से मिले सबूतों के आधार पर महुआ मोइत्रा पर संसद में सवाल पूछने के लिए रिश्वत और अन्य उपहार लेने के आरोप लगाए हैं।
जज ने कहा- मैं स्तब्ध हूं ! इस मामले की सुनवाई के दौरान देहाद्राई ने कहा, कल वरिष्ठ वकील ने मुझे फोन किया और कुत्ते की वापसी के बदले में मुझसे सीबीआई की शिकायत वापस लेने को कहा ….. । इसपर जस्टिस दत्ता ने कहा कि मैं स्तब्ध हूँ ! क्या यह सच है कि इस मामले में आप प्रतिवादी के संपर्क में थे? इसपर टीएमसी सांसद के वकील ने जवाब दिया, मैंने अपनी क्लाइंट से बात की और कहा कि मैं जय को जानता हूँ। मुझे कोशिश करने दे और उनसे बात की। इसके बाद जस्टिस दत्ता ने कहा कि क्योंकि शंकरनारायण ने मध्यस्थ की भूमिका निभाने का प्रयास किया, इस वजह से वे इस मामले में वादी के वकील के रूप में पेश होने के पात्र नहीं हैं।