मुख्यमंत्री डा. मोहन यादव गुना पहुंचे

मुख्यमंत्री डा. मोहन यादव गुना पहुंचे
मुख्यमंत्री डा. मोहन यादव गुना पहुंचे

बोले- हादसे के जिम्मेदारों को छोड़ेंगे नहीं

गुना, एजेंसी | गुना में बुधवार रात को बस और डंपर की भिड़ंत के बाद बस में आग गई थी, 13 यात्री जिंदा जल गए और 16 बुरी तरह झुलस गए थे। मुख्यमंत्री डा. मोहन यादव ने मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं और मृतकों व घायलों के लिए आर्थिक सहायता की घोषणा कर दी गई है। मुख्यमंत्री गुना पहुंच गए है। इससे पहले गुना रवाना होने से पहले गुना हादसे पर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा कि गुना की घटना बहुत दुखःद है। मैंने रात में कलेक्टर और उसपी से बात भी की थी। अभी मैं खुद जा रहा हूं। हम कोशिश करेंगे कि दोबारा ऐसी कोई घटना नहीं हो। मैंने जांच के आदेश दिए हैं। जो भी कोई जिम्मेदार होगा किसी को नहीं छोड़ा जाएगा। सभी मृतकों के परिवार और घायलों के साथ मेरी संवेदना है। सीएम ने कहा कि कल रात गुना जिले में हुई घटना अत्यत दुःखद एवं हृदय विदारक है। इस विषय पर मैंने जिले के कलेक्टर, एसपी व अन्?य अधिकारियों से बात कर घटना की विस्तार से जानकारी ली है। उन्होंने कहा कि ऐसी घटना दोबारा ना हो, इस बात की हम पूरी कोशिश करेंगे; इसके लिए सड़कों पर इस तरह के जो भी डेंजर जोन हैं, उनको चिन्हित कर आवश्यक प्रबंध किया जाएगा।
कोचिंग से लौट रहा था गुना में बस में लगी आग ने 13 जिंदगियों के साथ कई रिश्तों को भी खत्म कर दिया। बस में सवार ज्यादातर लोग गुना से अपने घर आरोन लौट रहे थे। परिजन उनका इंतजार कर रहे थे कि खबर आई बस में आग लग गई। अस्पताल के बाहर अपनों की तलाश में पहुंचे, मोबाइल में बार-बार उनके फोटो वहां मौजूद लोगों को दिखाते रहे, लेकिन उनका कोई पता नहीं चला। बेटी को इंदौर से घर बुलाया था  गुना अस्पताल के बाहर रोते हुए एक बुजुर्ग महिला अपनी बेटी को याद कर रही थी। उन्होंने बताया कि बेटी को घर बुलाया था, वो इंदौर में रहकर पढ़ाई कर रही थी। अस्पताल में सभी से पूछ लिया लेकिन वो मिल नहीं रही है ना ही उसके बारे में कोई कुछ बता पा रहा है। बुजुर्ग महिला के साथ आए स्वजनों की आंखों में से भी आंसू नहीं थम रहे। कोचिंग पढ़कर वापस आरोन जा रहा था छात्र : 11वीं कक्षा का छात्र सक्षम कुशवाह भी इसी बस में सवार था, जो प्रतिदिन कोचिंग के लिए गुना परिमाल चौहान से पढ़ने गुना आता था। बुधवार को भी कोचिंग पढने के बाद सिकरवार बस से आरोन जा रहा था। लेकिन उसका अभी तक कोई पता नहीं चला है। उसके स्वजन जिला अस्पताल में उसका फोटो दिखाकर जानकारी ले रहे हैं। लेकिन अभी तक उसकी कोई जानकारी नहीं लगी है। बस हादसे में घायल हल्की बाई ओझा स्वजनों के साथ इसी बस में सवार थीं। उन्हें बुधवार को ही जमानत मिलने पर वापस अपने घर आरोन जा रही थीं। इस हादसे में उनके एक स्वजन की मौत हो गई, जबकि चार लोग घायल हुए हैं।