भारत में 2 करोड़ क्रिप्टो निवेशक, एलन मस्क की फेवरेट क्रिप्टोकरेंसी में लगा है भारतीयों का सबसे ज्यादा पैसा

भारत में 2 करोड़ क्रिप्टो निवेशक, एलन मस्क की फेवरेट क्रिप्टोकरेंसी में लगा है भारतीयों का सबसे ज्यादा पैसा
भारत में 2 करोड़ क्रिप्टो निवेशक, एलन मस्क की फेवरेट क्रिप्टोकरेंसी में लगा है भारतीयों का सबसे ज्यादा पैसा

नई दिल्ली, एजेंसी। भारत में क्रिप्टोकरेंसी को लेकर चर्चा काफी कम ही सुनने को मिलती है वो भी तब से जब से भारत सरकार ने इस पर फ्लैट 30 फीसदी का टैक्स लगा दिया है। लेकिन क्या आपको पता है कि भारत के लोगों का सबसे ज्यादा निवेश बिटकॉइन में नहीं है। भारत के क्रिप्टोकरेंसी इंवेस्टर्स का सबसे ज्यादा पैसा एलन मस्क की फेवरेट क्रिप्टोकरेंसी में लगा हुआ है। एलन मस्क की फेवरेट क्रिप्टोकरेंसी डॉगकॉइन है। मौजूदा समय में देश के 19 मिलियन यानी 1.90 करोड़ लोग क्रिप्टोकरेंसी इंवेस्टर हैं जिनमें सबसे ज्यादा इंवेस्टमेंट देश की राजधानी दिल्ली के लोगों का है। अगर बात फीमेल क्रिप्टोकरेंसी इंवेस्टर की बात करें तो काफी है कम है। देश के लोगों ने सबसे ज्यादा पैसा क्रिप्टोकरेंसी डॉगकॉइन में लगाया है जोकि साल 2023 में भारतीयों के बीच भी काफी पॉपुलर रही। भारत में क्रिप्टोकरेंसी में कुल इंवेस्टमेंट का 11वां हिस्सा डॉगकॉइन में ही लगा है। इसके बाद बिटकॉइन (8.5 फीसदी) और एथेरियम (6.4 फीसदी) का स्थान रहा। देश में क्रिप्टोकरेंसी इंवेस्टर की संख्या में भले ही कमी आ गई हो। उसके बाद भी देश में क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करने वालों की संख्या कम नहीं है। क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज प्लेटफॉर्म कॉइनस्विच की एक रिपोर्ट के आंकड़ों के अनुसार, भारत में क्रिप्टो इंवेस्टर्स की कुल संख्या 19 मिलियन से अधिक है जिनमें महिलाओं की संख्या काफी कम है। आंकड़ों की बात करें तो महिलाओं की संख्या सिर्फ 9 फीसदी यानी 17.10 लाख के करीब है। रिपोर्ट में बताया गया है कि भारत में लगभग 75 फीसदी क्रिप्टोकरेंसी इंवेस्टर युवा हैं, जिनकी उम्र 18 से 35 वर्ष के बीच है। इसका मतलब है कि इस एज ग्रुप के लोगों की संख्या सबसे ज्यादा यानी 1,42,50,000 है। यह डेमोग्राफी युवा यूजर्स के बीच क्रिप्टो के प्रति रुचि दिखाती है। दिल्ली, बेंगलुरु और मुंबई जैसे प्रमुख मेट्रो शहरों का देश में क्रिप्टो निवेश के कुल वैल्यू का पांचवां हिस्सा है। खास बात तो ये है कि वैल्यू के हिसाब से क्रिप्टो में कुल निवेश के मामले में दिल्ली सबसे आगे है। इसका मतलब है कि देश में सबसे ज्यादा किप्टोकरेंसी में पैसा दिल्ली में रहने वाले लोगों का लगा हुआ है।