पीएम मोदी, शाह और भाजपा अध्यक्ष नड्डा सहित 11 राज्यों के मुख्यमंत्रियों की मौजूदगी में ली सीएम पद की शपथ, देवड़ा, शुक्ल ने डिप्टी सीएम की शपथ ली
शिवराज ने कहा, अब विदा लेता हूं, जस की तस रख दीनी चरिया आज प्रदेश के नए मुख्यमंत्री डा. मोहन यादव के शपथ ग्रहण के साथ ही शिवराज सिंह चौहान पूर्व करने उज्जैन जाएंगे। शपथ लेने से पहले मोहन यादव ने कहा, सभी को साथ लेकर चलूंगा और सुशासन सुनिश्चित करूंगा। भोपाल, ईएमएस। मध्यप्रदेश के नए मुख्यमंत्री मोहन यादव ने बुधवार को पद और गोपनीयता की शपथ ली। वे मप्र के 20वें मुख्यमंत्री हैं। भोपाल के मोतीलाल नेहरू स्टेडियम में समारोह सिर्फ 10 मिनट का रहा। जगदीश देवड़ा और राजेंद्र शुक्ल ने डिप्टी सीएम के रूप में शपथ ग्रहण की। राज्यपाल मंगूभाई पटेल ने सभी को शपथ दिलाई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा समेत 11 राज्यों के मुख्यमंत्री इस समारोह में शामिल हुए। मुख्यमंत्री मोहन यादव महाकाल के दर्शन यादव ने स्थिर लग्न शुभ चौघड़िया में ली शपथ-मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने बुधवार को सुबह 11:30 बजे स्थिर लग्न और शुभ चौधड़िया में शपथ ली। पं. चंदन श्यामनारायण व्यास ने बताया कि सुबह 11 बजे से 12:20 बजे तक शुभ चौघड़िया रहा। इसके साथ ही 11:09 से 12:42 बजे तक स्थिर कुंभ लग्न था। यह शनि का लग्न है। शनि देव न्याय के देवता हैं। इस दौरान शपथ लेने से लंबा कार्यकाल मुख्यमंत्री का रहेगा। मुख्यमंत्रियों की श्रेणी में शामिल हो जाएंगे। इससे पूर्व शिवराज सिंह चौहान ने अपने 18 वर्ष के कार्यकाल को संतुष्टिपूर्ण बताते हुए नए मुख्यमंत्री को एक बार फिर शुभकामनाएं दीं और विश्वास जताया कि वह प्रदेश की समृद्धि और विकास को और जनता के कल्याण को नई ऊंचाइयों पर ले जाएंगे। कार्यवाहक मुख्यमंत्री शिवराज ने बुधवार सुबह अपने नित्य कार्यक्रम के तहत पौधारोपण करने के बाद जहां नए मुख्यमंत्री को शुभकामनाएं दीं वहीं शपथ ग्रहण कार्यक्रम में पधारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह व पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा जी का स्वागत करते हुए कहा कि मैं सभी मित्रों से कहना चाहता हूं कि अब विदा…! जस की तस रख दीन्ही चदरिया। गौरतलब है कि एक दिन पूर्व ही कार्यवाहक मुख्यमंत्री शिवराज ने मीडिया से चर्चा में कहा था कि मेरी भूमिका भाजपा के एक कार्यकर्ता की है। भाजपा मेरे लिए एक मिशन है, उसमें हर कार्यकर्ता के लिए कोई ना कोई कार्य है। जो भी पार्टी काम देगी, वो मैं करूंगा। दरिद्र नारायण की सेवा का मेरा मिशन चलता रहेगा। मामा का रिश्ता प्यार का है। भैया का रिश्ता विश्वास का है। ये रिश्ते मैं टूटने नहीं दूंगा। पार्टी ने सब कुछ दिया है, अब लौटाने की बारी मेरी है।