चिंतन…

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अच्छे लोगों के साथ संबंध सबसे मूल्यवान होते हैं

धन, संपत्ति, भोजन, वस्त्र, मकान सोना-चांदी आदि वस्तुएं भी मूल्यवान हैं। त्याग, चरित्र, मानवता, सभ्यता और सेवा आदि का मूल्य भी निस्संदेह बहुत अधिक है। परंतु इन सबसे अधिक मूल्य परस्पर मधुर संबंधों का है। यदि आप पुरुषार्थ करके किसी व्यक्ति के साथ मधुर संबंध बनाए रखते हैं, तो उससे आपको जीवन भर अनेक प्रकार का लाभ मिलता रहेगा। यदि आपके संबंधों में दरार आती है, अथवा संबंध टूट जाता है, तब आप दूसरे व्यक्ति से बहुत कम लाभ उठा पाएंगे, अथवा कुछ भी लाभ नहीं उठा पाएंगे। अपने संबंधों की रक्षा करने के लिए आपको दूसरे व्यक्ति के सामने यदि कभी थोड़ा झुकना भी पड़े, तो झुक जाएं। कुछ अपमान भी सहना पड़े, तो सह लें। परंतु पूरा प्रयास करके भी अपने संबंध को टूटने न दें। यदि ऐसा करने से आपका संबंध बना रहे, तो आपको हानि कम और लाभ अधिक होगा। बुद्धिमान व्यक्ति का लक्षण यही है, कि वह ऐसे कार्य करता है, जिसमें हानि कम हो और लाभ अधिक हो। कुछ लोग अपवाद भी होते हैं। जिनके संस्कार खराब होते हैं, उनके साथ आप कितनी भी सेवा, सभ्यता, नम्रता आदि से व्यवहार करें, वे तब भी नहीं सुधरते। लंबा परीक्षण करने के बाद ऐसे लोगों के साथ तो संबंध तोड़ देना चाहिए, अन्यथा आप जीवन भर दुखी रहेंगे। परंतु यह भी अवश्य ही समझना चाहिए, कि मधुर संबंधों का मूल्य सबसे अधिक होता है, यह सोचकर अच्छे लोगों के साथ यथासंभव अपने संबंधों को कमजोर न होने दें, अथवा टूटने न दें। ऐसा करने से आपको उन अच्छे लोगों से जीवन भर बहुत लाभ मिलेगा, जिससे आपका जीवन सुखमय बनेगा। इसी में बुद्धिमत्ता और जीवन की सफलता है।

– स्वामी विवेकानन्द परिव्राजक, निदेशक दर्शन योग
महाविद्यालय रोजड़, गुजरात।