विपक्ष ने मोदी सरकार हाय-हाय के नारे लगाए, थरूर बोले- ये इंसाफ का मजाक है
नई दिल्ली, एजेंसी। संसद के शीतकालीन सत्र का आज 5वां दिन है। सदन की कार्यवाही सुबह 11 बजे शुरू हुई और चार मिनट बाद ही लोकसभा को 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया था। कार्यवाही जब दोबारा शुरु हुई तो एथिक्स कमेटी के चेयरमैन और भाजपा सांसद विजय सोनकर ने महुआ मोइत्रा पर लगे कैश फॉर क्वेरी आरोप पर रिपोर्ट पेश की। जिसके बाद सदन में हंगामा हुआ। टीएमसी सांसदों की अगुआई में विपक्ष ने सदन में मोदी सरकार हाय-हाय के नारे लगाए। उधर सदन के बाहर मीडिया से बातचीत में कांग्रेस नेता शशि थरूर ने इसे इंसाफ का मजाक उड़ाना बताया। थरूर बोले- ये रिपोर्ट
आधी-अधूरी है। ऐसा लगता है ढाई मिनट में किसी ने तैयार कर दी हो। आरोप लगाने वालों से जिरह करने का कोई प्रयास नहीं किया गया। सीधे संसद सदस्य के सस्पेंशन पर पहुंचना वास्तव में अपमानजनक है।
महुआ सदन में मौजूद थीं। संसद पहुंचने पर महुआ ने मीडिया से बातचीत में कहा- मां दुर्गा आ गई हैं, अब देखिए क्या होता है। जब नाश मनुष्य पर छाता है, पहले विवेक मर जाता है। उन्होंने वस्त्रहरण से शुरुआत की अब आप महाभारत का रण देखेंगे। उधर कांग्रेस लोकसभा चीफ व्हिप के सुरेश ने कहा- अगर रिपोर्ट में महुआ मोइत्रा के सस्पेंशन की बात कही गई है, तो हम इसका पुरजोर विरोध करेंगे। महुआ का निष्कासन कैसे संभव चौथे दिन की कार्यवाही के बाद विपक्षी सदस्यों ने कहा कि मोइत्रा पर निर्णय लेने से पहले सिफारिशों पर चर्चा होनी चाहिए। बसपा सांसद दानिश अली ने गुरुवार को कहा- अगर रिपोर्ट पेश की जाती है, तो हम पूरी चर्चा हो सके, इस पर जोर देंगे क्योंकि मसौदा ढाई मिनट में अपनाया गया था। विनोद कुमार सोनकर की अध्यक्षता वाली एथिक्स कमेटी ने 9 नवंबर को सब्मिट की गई अपनी रिपोर्ट में कैश फॉर क्वेरी आरोप में महुआ को लोकसभा से निष्कासित करने की सिफारिश की है। हालांकि मोइत्रा को केवल तभी निष्कासित किया जा सकता है, जब सदन पैनल की सिफारिश के पक्ष में वोटिंग करेगा।