अमेरिकी चार्जशीट में दावा- कॉन्ट्रैक्ट किलिंग के लिए एजेंट को हायर किया था, केस दर्ज
न्यूयार्क, एजेंसी। अमेरिका में खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की कोशिश के मामले में गुरुवार को न्यूयॉर्क पुलिस की चार्जशीट सामने आई। इसमें एक भारतीय नागरिक निखिल गुप्ता पर पन्नू की हत्या करने की कोशिश का आरोप है। न्यूयॉर्क टाइम्स के मुताबिक, आरोपी को भारत सरकार के एक अधिकारी ने ऐसा करने के लिए कहा था। हालांकि, चार्जशीट में भारतीय अधिकारी के नाम का खुलासा नहीं किया गया है। उसे ष्टष्ट-1 के नाम से संबोधित किया गया है। चार्जशीट के मुताबिक, ष्टष्ट-1 भारत सरकार की एक एजेंसी का कर्मचारी है, जिसने कई मौकों पर खुद को सीनियर फील्ड अफसर बताया है। वो सिक्योरिटी मैनेजमेंट और इंटेलिजेंस के लिए जिम्मेदार है। दरअसल, 22 नवंबर को पब्लिश फाइनेंशियल टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिकी सरकार ने आरोप लगाया था कि न्यूयॉर्क में पन्नू पर जानलेवा हमले की साजिश रची गई थी। इसमें भारत का हाथ था। इस साजिश को नाकाम कर दिया गया। हालांकि, यह नहीं बताया गया था कि हमला किस दिन होने वाला था। जून में पीएम मोदी के अमेरिका दौरे के बाद ही अमेरिकी अधिकारियों ने भारत के सामने यह मुद्दा उठाया था। इसके बाद भारत सरकार ने इसकी जांच के लिए 18 नवंबर को हाई लेवल कमेटी बनाई थी। कहा था कि जांच के नतीजों के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।
सीसी-1 भारत की सेंट्रल रिजर्व पुलिस फोर्स के लिए काम करता है चार्जशीट के मुताबिक, भारतीय अफसर ने ये भी बताया था कि वो भारत की सेंट्रल रिजर्व पुलिस फोर्स के लिए काम करता है। अमेरिका के डिपार्टमेंट ऑफ जस्टिस के मुताबिक, भारत सरकार के इस अधिकारी ने कहा था कि उसे युद्ध कला में अफसर लेवल की ट्रेनिंग और हथियार चलाना भी सिखाया जा रहा है। निखिल ने अमेरिका के फेडरल एजेंट्स को बताया कि उसे पन्नू के अलावा भी कई लोगों की हत्या करने के लिए कहा गया था। चार्जशीट में सौ डॉलर का बिल भी था, जो आरोपी को एडवांस पेमेंट के तौर पर दिया गया था। डिपार्टमेंट ऑफ जस्टिस के मुताबिक, प्रत्यर्पण संधि के तहत चेक रिपब्लिक के अधिकारियों ने निखिल गुप्ता को 30 जून को गिरफ्तार किया था। दोषी साबित होने पर उसे 20 साल जेल की सजा हो सकती है। यूएस का साथ मिलते ही कनाडाई पीएम ट्रूडो ने उगला भारत को लेकर जहर अमेरिका के डिपार्टमेंट ऑफ जस्टिस ने एक खालिस्तानी आतंकवादी की हत्या की साजिश को फेल करने की बात कहते हुए, एक अज्ञात भारतीय अधिकारी के ऊपर हत्या की साजिश रचने का मुकदमा दर्ज किया है और उसने कहा है, कि निखिल गुप्ता नाम के एक शख्स को चेक गणराज्य में गिरफ्तार किया गया है, जिसने एक अमेरिकी एजेंट को खालिस्तानी नेता की हत्या की सुपारी दी थी। हालांकि, अमेरिका ने ना ही उस भारतीय अधिकारी का ही नाम बताया है और ना ही उस खालिस्तानी नेता के नाम का खुलासा किया है, मगर अमेरिकी रिपोर्ट में कहा गया है, कि वो खालिस्तानी नेता न्यूयॉर्क में रहता है और भारत में उसके संगठन के खिलाफ प्रतिबंध लगा हुआ है। हालांकि, भारत सरकार की तरफ से अभी तक अमेरिका के प्रेस रिलीज पर बयान नहीं आया है, लेकिन कनाडा की तरफ से प्रतिक्रिया आ गई है। कनाडा के प्रधान मंत्री जस्टिन ट्रूडो ने भारत से ब्रिटिश कोलंबिया में हरदीप सिंह निज्जर की हत्या की जांच में फिर से सहयोग करने के लिए कहा है, जब अमेरिका ने दावा किया है, कि उसने अपनी धरती पर एक सिख अलगाववादी के खिलाफ हत्या के प्रयास को विफल कर दिया है। ट्रूडो ने बुधवार को ओटावा में संवाददाताओं से कहा, कि संयुक्त राज्य अमेरिका से आ रही खबरें इस बात को और रेखांकित करती हैं, कि हम शुरू से ही किस बारे में बात कर रहे हैं, यानी कि भारत को इसे गंभीरता से लेने की जरूरत है। ट्रूडो का बयान, संयुक्त राज्य अमेरिका द्वारा एक भारतीय नागरिक पर सिख फॉर जस्टिस के संस्थापक गुरपतवंत सिंह पन्नून की हत्या की साजिश का आरोप लगाने के बाद आया है, जो एक अमेरिकी नागरिक है और भारत सरकार द्वारा उसे आतंकवादी नामित किया गया है। अमेरिकी अटॉर्नी के कार्यालय ने बुधवार को कहा, कि निखिल गुप्ता को चेक अधिकारियों ने जून में गिरफ्तार किया था और वह प्रत्यर्पण का इंतजार कर रहा है।