केजरीवाल बोले- जूते की नोंक पर इस्तीफा रखता हूं

केजरीवाल बोले- जूते की नोंक पर इस्तीफा रखता हूं
केजरीवाल बोले- जूते की नोंक पर इस्तीफा रखता हूं

नई दिल्ली, एजेंसी। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शुक्रवार को पार्टी कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि वे घर-घर जाएं और लोगों को भाजपा की साजिशों के बारे में बताएं। साथ ही उन्होंने कहा कि आमा आदमी पार्टी से सत्ता छीनने के लिए केस बनाकर बड़े नेताओं को फंसाने की कोशिश की जा रही है। केजरीवाल ने भगत सिंह का जिक्र करते हुए कहा कि उन्हें भी जेल जाने में दिक्कत नहीं है। उन्होंने पहली बार सार्वजनिक मंच से अपने इस्तीफे पर भी बात की और कहा कि वह इसे जूते के नोंक पर लेकर चलते हैं। उन्होंने कहा कि अगले कुछ दिनों में जनता से पूछकर इसका फैसला किया जाएगा।
केजरीवाल बोले, मुझे जेल भेजने का प्लान बनाया गया है। हम लोग जेल जाने से नहीं डरते हैं। मैं एक बार 15 दिन जेल में रहकर आया हूं। अंदर ठीक-ठाक इंतजाम होता है, इसलिए जेल जाने से आप भी नहीं डरिए । अगर भगत सिंह इतने दिन जेल में रह सकते हैं। मनीष सिसोदिया 9 महीने जेल रह सकते हैं। सत्येंद्र जैन एक साल जेल रह सकते हैं, तो हमें जेल जाने से डर नहीं है। दिल्ली के सीएम ने आगे कहा कि एक फर्जी
शराब घोटाला बनाकर उन्होंने हमारे संजय सिंह को गिरफ्तार कर लिया, सत्येंद्र जैन को गिरफ्तार कर लिया, मनीष सिसोदिया को गिरफ्तार कर लिया, विजय नायर को गिरफ्तार कर लिया। अब मुझे गिरफ्तार करने जा रहे हैं। इनका मकसद है कि किसी भी तरह से आम आदमी पार्टी के टॉप नेतृत्व को गिरफ्तार करके आम आदमी पार्टी को और सरकार को तितर-बितर कर दिया जाए। इस तरह नरेंद्र मोदी दिल्ली में अपनी सरकार बनाना चाहते हैं। उनको पता है कि चुनाव में नहीं हरा सकते हैं। मैं उनको कहना चाहता हूं कि केजरीवाल को भले जेल में डाल दो, जेल से भी जीत जाएगी आम आदमी पार्टी की सरकार ।

जूते की नोंक पर इस्तीफा रखता हूं

सम्मेलन में उन्होंने कहा कि हमें सत्ता का
लालच नहीं है। 49 दिन के बाद इस्तीफा नहीं देता। किसी ने मुझसे इस्तीफा मांगा नहीं था। दुनिया का पहला सीएम हूं जिसने अपनी मर्जी से 49 दिन के बाद इस्तीफा दे दिया था। इस्तीफा मैं अपने जूते की नोंक पर लेकर चलता हूं। मुझे मुख्यमंत्री की कुर्सी का लालच नहीं है। लेकिन हमें यह देखना है कि हमें इनकी साजिश में नहीं फंसना । मुझे इस्तीफा देना चाहिए या जेल से सरकार चलानी चाहिए। इस पर मैं अलग-अलग लोगों से चर्चा कर रहा हूं। सारे विधायकों, पार्षद और वॉलंटियर्स से चर्चा की है। हम दिल्ली की जनता की मर्जी के बिना कुछ नहीं करेंगे। आप लोगों को दिल्ली में घर-घर जाकर जनता से पूछना है कि क्या करना चाहिए। जैसे हमने 28 सीटें आने के बाद कांग्रेस से समर्थन के लिए जनता से पूछा था।