भोपाल, एजेंसी। मध्यप्रदेश विधानसभा 2023 के लिए मतदान संपन्न हो चुका है, जहां अब प्रत्याशियों का भाग्य मत पेटियों में कैद हो चुका है। वहीं अब अलग-अलग आकलन और आंकड़ों ने सियासी गलियारों में हलचल मचा दी है, जिसमें पिछले कई विधानसभाओं के आंकड़ों के आधार पर किसकी सरकार बनने जा रही है, इस लेकर चर्चाएं तेज हैं।
मध्य प्रदेश में छिटपुट घटनाओं के बीच 17 नवंबर को सुबह 7 बजे से लेकर शाम 6 बजे तक शांतिपूर्वक मतदान संपन्न हुआ, जहां आगामी 3 दिसंबर को मतगणना होनी है। वहीं इससे पहले सियासी गलियारों में उन आंकड़ों पर चर्चाएं जारी हैं, जिन पर पिछले विधानसभा चुनाव में सरकार बनी थी। चुनावी महासंग्राम के बीच मतदान का सिलसिला अब थम चुका है, जहां प्रदेशभर में सुबह से लेकर देर शाम तक मतदान का सिलसिला चलता रहा, जिसमें मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। वहीं अबकी बार सियासत के गढ़ इंदौर में मतदान प्रतिशत औसत रहा, जहां देपालपुर विधानसभा में सबसे ज्यादा मतदान हुआ, तो वहीं विधानसभा 4 में मतदान का आंकड़ा कम दिखाई दिया. इस तरह जिले में कुल 73.75 प्रतिशत मतदान हुआ है। मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए मतदान का सिलसिला थम चुका है, जहां प्रदेश भर के अलग-अलग जिलों में मतदान का प्रतिशत
बढ़ाने के लिए अलग-अलग तरह की कवायद की गई थी, जो रंग लाती नजर आई है। प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में नगर निगम की ओर से आदर्श मतदान केंद्र बनाए गए थे, जहां इन मतदान केंद्रों पर पहुंचे मतदाता खुश नजर आ रहे थे।