जबलपुर, मुख्य संवाददाता । केन्द्रीय मंत्री अमित शाह ने पिछले विधानसभा चुनाव में भाजपा के खराब प्रदर्शन को देखते हुये चुनाव आने के एक साल पहले ही पूरी कमान अपने हाथ में ले लिया और प्रत्याशी चयन के लिये महाराष्ट्र सहित यूपी के विधायकों को पूरे प्रदेश में सर्वे के लिये उतारते हुये तकरीबन उसी आधार पर अपवाद छोड़ टिकिट बांटी भी गई और इसके बाद श्री शाह प्रदेश में लगातार दौरे कर यह भी भांप रहे है कि किन जिलों और किन विधानसभा में पार्टी या प्रत्याशी की स्थिति ठीक नहीं है। इसी कड़ी में केन्द्रीय मंत्री श्री शाह चुनाव प्रचार का मोर्चा संभालते हुये प्रदेश के दस संभागों में कार्यकर्ताओं की बैठक लेने का कार्यक्रम बनाया है। संभागों में रोड शो के साथ सभाएं भी करेंगे। तय वे कुछ कार्यक्रम के अनुसार केन्द्रीय मंत्री श्री शाह २८, २९ और ३० अक्टूबर को प्रदेश के दौरे पर रहेंगे। अपने दौरे की शुरूआत केन्द्रीय मंत्री अमित शाह जबलपुर संभाग की बैठक से करेंगे। जबलपुर संभाग से चुनाव प्रचार की शुरूआत करने के पीछे श्री शाह की मंशा महाकोशल अंचल की विधानसभा सीटों को फोकस करने की है। उल्लेखनीय है कि महाकौशल अंचल में ३८ विधानसभा सीटें आती है।
असंतुष्ट दावेदार – नेता भी कर सकते है मुलाकात– बताया जाता है जिले की एक-दो विधानसभा ऐसी है जंहा पार्टी द्वारा तय उम्मीदवारों के विरोध में दावेदार और नेता प्रत्याशी बदलने आवाज उठा रहे है। अभी तक उनकी शिकायतों पर प्रदेश नेतृत्व ने कोई. फैसला नहीं लिया है इसलिए उम्मीद यही की जा रही है कि कल केन्द्रीय मंत्री अमित शाह के सामने ये नेता अपनी बात रखने की पूरी कोशिश करेंगे। बहरहाल विगत दिनों भाजपा के संभागीय कार्यालय में केन्द्रीय मंत्री भूपेन्द्र सिंह एवं राज्यसभा सदस्य कविता पाटीदार के सामने जिस तरह नाराज दावेदारों के समर्थकों ने हंगामा किया उसे देखते हुये कहा जा रहा है कि प्रदेश नेतृत्व पूरी तैयारी में है कि कल श्री शाह के सामने ऐसा कुछ घटनाक्रम न दोहराया जा सके। वैसे भी श्री शाह मिली सुरक्षा को देखते हुये कोई अनुशासनहीनता करने की सोचेगा भी नहीं ।