कोलकाता ( एजेंसी) । तृणमूल कांग्रेस की लोकसभा सांसद महुआ मोइत्रा ‘कैश फॉर क्वेरी’ मामले में घिरती जा रही हैं। दरअसल, महुआ पर संसद में सवाल पूछने के लिए एक उद्योगपति से मोटी रकम और उपहार लेने का आरोप है। इस मामले पर केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि संसदीय प्रक्रिया में रिश्वतखोरी के लिए कोई जगह नहीं है। उन्होंने कहा कि आचार समिति अपना काम कर रही है।। उन्होंने एक समाचार एजेंसी से कहा, संसदीय प्रक्रिया में रिश्वतखोरी के लिए कोई जगह नहीं है। यह मामला लोकसभा आचार समिति के समक्ष है, जो अपना काम कर रही है। सब कुछ समिति के सामने आने दें, वह अपना काम करेगी, सब कुछ स्पष्ट हो जाएगा।
वहीं, एक्स पर एक पोस्ट में महुआ मोइत्रा ने कहा, मैं सीबीआई और एथिक्स कमेटी (जिसमें बीजेपी सदस्यों का पूर्ण बहुमत है) को सवालों के जवाब देने का स्वागत करती हूं, अगर वे मुझे बुलाते हैं। मेरे पास अदाणी द्वारा निर्देशित मीडिया सर्कस ट्रायल या बीजेपी ट्रोल्स को खिलाने और जवाब देने के लिए न तो समय है और न ही रुचि है। मैं नादिया में दुर्गा पूजा का आनंद ले रही हूं। शुभो षष्ठी।
इससे पहले, वकील जय अनंत देहाद्राई ने एक्स पर कहा, टीएमसी नेता के खिलाफ सीबीआई को दी गई अपनी शिकायत वापस लेने के लिए गुरुवार रात फोन पर उनसे संपर्क किया था। बता दें कि गत दिवस दुबई स्थित उद्योपति दर्शन हीरानंदानी ने हस्ताक्षरित हलफनामे में महुआ और उनके संपर्कों को स्वीकार किया।