हैदराबाद, एजेंसी। आईएमआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने इजराइल के पीएम बेंजामिन नेतन्याहू को शैतान कहा है। उन्होंने पीएम मोदी से अपील की है कि वे गाजा के लोगों का साथ दें। ये बात उन्होंने शनिवार को हैदराबाद में एक कार्यक्रम के दौरान कहीं । ओवैसी ने कहा कि मैं पीएम से अपील करना चाहूंगा कि फिलिस्तीनियों के ऊपर जो अन्याय हो रहा है उसे रोकें। फिलिस्तीन का मुद्दा को सिर्फ मुस्लिमों से नहीं जोड़ना चाहिए, बल्कि ये मानवता का मुद्दा है। नेतन्याहू शैतान हैं, क्रूर शासक हैं और युद्ध के अपराधी हैं।
ओवैसी बोले- पूरी दुनिया गाजा पर जुल्म देखकर भी खामोश है
ओवैसी ने कहा- गाजा के 10 लाख लोगों को बेघर होना पड़ा है। पूरी दुनिया ये देखकर भी खामोश है। जिन्होंने इन्हें मारा उन्हें देखिए, लेकिन गाजा के इन बेचारे लोगों ने आपका क्या बिगाड़ा है? मीडिया एक तरफा रिपोर्टिंग कर रहा है। पिछले 70 साल से इजराइल ने गाजा पर कब्जा कर रखा है। आपको ये कब्जा दिखाई नहीं देता आपको ये जुल्म दिखाई नहीं देता है।
योगी का नाम लिए बिना उन पर टिप्पणी की
ओवैसी ने योगी आदित्यनाथ का नाम लिए बिना उन पर भी टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि देश में एक बाबा मुख्यमंत्री हैं, जिन्होंने कहा है कि फिलीस्तीन का सपोर्ट करने वाले लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया जाएगा। तो सुन लीजिए मुख्यमंत्री जी, मैंने गर्व से फिलिस्तीन और भारत का झंडा पहना है। मैं फिजंग में अब तक ढाई हजार से ज्यादा फिलिस्तीनियों की मौत, 7 अक्टूबर से शुरू हुई जंग में अब तक 2,329 फिलिस्तीनियों की मौत हुई है। इनमें 724 बच्चे, 370 महिलाएं शामिल हैं। 8,714 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। हमलों में 1300 से ज्यादा इजराइली भी मारे गए हैं। पूरी खबर यहां पढ़ें…
इजराइल और फिलिस्तीन के बीच क्यों है विवाद
मिडिल ईस्ट के इस इलाके में यह संघर्ष कम से कम 100 साल से चला आ रहा है। यहां वेस्ट बैंक, गाजा पट्टी और गोलन हाइट्स जैसे इलाकों पर विवाद है। फिलिस्तीन इन इलाकों समेत पूर्वी यरुशलम पर दावा जताता है। वहीं, इजराइल यरुशलम से अपना दावा छोड़ने को राजी नहीं है। गाजा पट्टी इजराइल और मिस्र के बीच में है। यहां फिलहाल हमास का कब्जा है। ये इजराइल विरोधी समूह है। सितंबर 2005 में इजराइल ने गाजा पट्टी से अपनी सेना वापस बुला ली थी। 2007 में इजराइल ने इस इलाके पर कई प्रतिबंध लगा दिए। फिलिस्तीन का कहना है कि वेस्ट बैंक और गाजा पट्टी में स्वतंत्र फिलिस्तीन राष्ट्र की स्थापना हो ।