मध्य प्रदेश में जैसे-जैस विधानसभा चुनाव (Madhya Pradesh Assembly Election) नजदीक आ रहे हैं, वैसे-वैसे राज्य में सियासत गर्माती जा रही है. इसके साथ साथ एक सवाल ये भी है कि क्या इस मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री चुनाव शिवराज सिंह चौहान चुनाव नहीं लड़ेगे. दरअसल, शिवराज सिंह चौहान ने जनता को संबोधित करते हुए चुनाव लड़ने को लेकर पूछा. उन्होंने जनता से पूछा कि चुनाव लड़ना है या नहीं? और यहां से लड़ना है कि नहीं? इस दौरान मौजूद लोगों ने मामा-मामा के जमकर नारे लगाए. फिर सीएम ने हाथ जोड़कर सभी का धन्यवाद किया. इस दौरान शिवराज सिंह चौहान एक फिर भावुक नजर आए. सीएम शिवराज सिंह चौहान ने अपनी गृह विधानसभा बुधनी से जनता से पूछा कि मैं चुनाव लड़ूं या नहीं. सीएम शिवराज सिंह चौहान द्वारा दिए गए इस बयान के बाद राजनीतिक गलियारों में हलचल मच गई है. सीएम के इस बयान के राजनीतिक गलियारों में कई मायने निकाले जा रहे हैं. सीएम ने अपने संबोधन में कहा, ‘मैंने राजनीति की परिभाषा बदल दी. कांग्रेस का राज आपने वर्षों देखा. कभी जनता के लिए ऐसी चिंता होती थी क्या? मैं सरकार नहीं परिवार चला रहा हूं.’ साथ ही संबोधन के दौरान सीएम शिवराज ने कहा, ‘ऐसा भैया मिलेगा नहीं. जब मैं चला जाऊंगा तब बहुत याद आऊंगा.
लाडली बहना योजना के तहत सहायता राशि समय पहले देने की घोषणा
शिवराज सिंह चौहान ने मंगलवार को महिलाओं के लिए ‘लाडली बहना योजना’ के तहत अक्टूबर महीने के लिए लाभार्थियों को वित्तीय सहायता राशि तय तारीख के पहले चार अक्टूबर को ही प्रदान करने की घोषणा की है. उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव के कार्यक्रम की अधिसूचना जल्द जारी होने की संभावना के मद्देनजर उन्हें यह घोषणा करनी पड़ी. उन्होंने कहा कि महिलाओं के लिए भाजपा सरकार की इस प्रमुख कल्याण योजना के तहत किस्त हर महीने की 10 तारीख को लाभार्थियों के बैंक खातों में अंतरित की जाती है, लेकिन इस महीने के लिए पैसा चार अक्टूबर (बुधवार) को अंतरित किया जाएगा. बता दें कि योजना के तहत राज्य सरकार प्रत्येक लाभार्थी को 1,250 रुपये प्रति माह प्रदान करती है.