12 साल पहले सरकार ही हैंग हो जाती थी

12 साल पहले सरकार ही हैंग हो जाती थी
12 साल पहले सरकार ही हैंग हो जाती थी

कितना ही स्वाइप कर लें, असर नहीं होता था; 2014 में लोगों ने इसे बदल दिया

नई दिल्ली, एजेंसी। पीएम नरेंद्र मोदी ने इंडिया मोबाइल कांग्रेस 2023 इवेंट में शुक्रवार को कहा, आप 10- 12 साल पुराने समय को याद करिए जब आउटडेटेड मोबाइल फोन की स्क्रीन बार-बार हैंग कर जाती थी, चाहे आप कितना भी स्वाइप कर लें, कुछ असर नहीं होता था। ऐसी ही स्थिति उस समय सरकार की भी थी। भारत की अर्थव्यवस्था हैंग मोड में थी। हालत इतनी बिगड़ चुकी थी कि रिस्टार्ट करने का कोई फायदा नहीं था। 2014 में लोगों ने इसे बदल दिया। इस बदलाव से क्या हुआ ये दिखता है। तब हम मोबाइल फोन इंपोर्टर थे, आज एक्सपोर्टर हैं। पीएम ने इंडिया मोबाइल कांग्रेस 2023 का उद्घाटन दिल्ली के प्रगति मैदान में किया। इवेंट में जियो के चेयरमैन आकाश अंबानी, एयरटेल चेयरमैन सुनील मित्तल और आदित्य बिरला ग्रुप के चेयरमैन कुमार मंगलम बिरला भी शामिल हुए। इस साल आईएमसी का यह सातवां एडिशन है।

इस दौरान उन्होंने कहा कि दुनिया के दूसरे सबसे बड़े मोबाइल मैन्युफैक्चर्रस हैं। हम इलेक्ट्रॉनिक मैन्युफैक्चरिंग में करीब 2 लाख करोड़ रुपए का एक्सपोर्ट कर रहे हैं। गूगल ने भी हाल ही में घोषणा की है कि वो पिक्सल फोन भारत में बनाएगा। एपल और सैंमसंग के फोन पहले से ही भारत में बन रहे हैं। पिछले साल हम यहां 5जी रोलआउट के लिए इकट्ठा हुए थे। पूरी दुनिया भारत को हैरत भरी नजरों से देख
रही थी… हमने दुनिया का सबसे तेज 5जी रोलआउट किया और हर भारतीय तक 5जी पहुंचाने का काम शुरू किया।

स्पेस फाइबर, जियो भारत डिवाइस की जानकारी ली: प्रगति मैदान में पहला स्टॉल जियो इंफोकॉम का है। कंपनी के चेयरमैन आकाश अंबानी ने पीएम मोदी को जियो एयर फाइबर, स्पेस फाइबर समेत अन्य टेक्नोलॉजी की जानकारी दी। यहां जियो भारत डिवाइस को भी डिस्प्ले किया गया है। इस फोन को भी पीएम ने देखा। स्पेस फाइबर जियो का सैटेलाइट ब्रॉडबैंड है। कंपनी ने बताया कि यह सर्विस पूरे देश में बेहद किफायती कीमतों पर उपलब्ध होगी। कंपनी के अनुसार भारत के चार सबसे दूरस्थ स्थानों को पहले ही जियो स्पेस फाइवर से जोड़ा जा चुका हैं। ये हैं गिर (गुजरात), कोरबा (छत्तीसगढ़), नवरंगपुर (ओडिशा) और जोरहाट (असम)। यह सैटेलाइट रिसीवर डिश के जरिए इंटरनेट ट्रांसमिट करने के लिए रेडियो वेव्स का इस्तेमाल करता है, जो एक मॉडेम से जुड़ा होता है। ये 1 जीबी प्रति सेकंड तक की स्पीड देने में सक्षम है।

एरिक्सन 6 प्रतिशत जोन में जाकर टेक्नोलॉजी की जानकारी ली: पीएम एरिक्सन एरिना में भी गए। यहां एरिक्सन इंडिया के ट नितिन बंसल ने 6ल जोन में इस टेक्नोलॉजी की जानकारी दी। प्रगति मैदन में स्किल डेवलपमेंट और सिटीजन सर्विसेज के लिए, ड्ड बेस्ड टेक्नोलॉजी भी प्रदर्शित की गई है। पीएम ने इसकी भी जानकारी ली।