राम मंदिर राष्ट्रीय मुद्दा, यह मुझे चिंतित करता है

राम मंदिर राष्ट्रीय मुद्दा, यह मुझे चिंतित करता है
राम मंदिर राष्ट्रीय मुद्दा, यह मुझे चिंतित करता है

नई दिल्ली, एजेंसी। इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष और राहुल गांधी की करीबी माने जाने वाले सैम पित्रोदा ने राम मंदिर को लेकर बड़ा बयान दिया है, जिसकी वजह से वह चर्चा में आ गए हैं। सैम पित्रोदा ने कहा कि आज देश की राजनीति में राम मंदिर और दीये जलाना राष्ट्रीय मुद्दा है, यह मुझे चिंतित करता है। गौर करने वाली बात है कि अगले महीने 22 जनवरी को राम मंदिर का भव्य उद्घाटन होना है, ऐसे में इस कार्यक्रम से पहले सैम पित्रोदा का जिस तरह से बयान सामने आया है, उसकी वजह से वह सुर्खियों में आ गए हैं। अयोध्या में 22 जनवरी को भव्य राम मंदिर का उद्घाटन किया जाएगा। पीएम मोदी को यहां पर आमंत्रित किया गया है, वह यहां भगवान राम की मूर्ति को गर्भगृह में स्थापित करेंगे। वहीं सैम पित्रोदा का कहना है कि अगले साल 2024 में लोकसभा चुनाव होने हैं जोकि देश का भविष्य तय करेगा। आगामी चुनाव यह तय करेंगे कि भारत भविष्य की किस राह पर चलेगा। मैं इसको लेकर चिंतित हूं मैं इस बात को लेकर चिंतित हूं कि धर्म को ज्यादा महत्व दिया जा रहा है। मैं देख रहा हूं कि लोकतंत्र को दबाया जा रहा है। यह मुझे चिंतित करता है कि हर किसी को लगता है कि देश में कुछ भी अच्छा हो रहा है तो वह पीएम मोदी की वजह से हो रहा है। मुझे इस बात के सिग्नल मिल रहे हैं कि हम गलत दिशा में बढ़ रहे हैं। जब पूरा देश राम मंदिर पर अटका है, राम जन्मभूमि, दिया जलाओ करता है तो यह मुझे चिंतित करता है। मेरे लिए धर्म काफी निजी मसला है, जबकि राष्ट्रीय मुद्दे शिक्षा, रोजगार, विकास, महंगाई, अर्थव्यवस्था, स्वास्थ्य, पर्यावरण हैं। लेकिन इसके बारे में कोई बात नहीं करता है। पित्रोदा ने कहा कि जो देश धर्म के आधार पर चलते हैं, फिर वो इजराइल हो या पाकिस्तान वो उन देशों से बिल्कुल अलग होते हैं जो लोकतांत्रिक होते हैं, आजाद होते हैं जैसे अमेरिका । राहुल गांधी को लेकर सैम ने कहा कि राहुल गांधी को समझ पाना मुश्किल है क्योंकि भारत में नेताओं को झूठ बोलने वाला, चीजों को तोड़ने-मरोड़ने वाले के तौर पर देखा जाता है। राहुल गांधी युवा हैं, शिक्षित नेता हैं, उनके डीएनए में राजनीति है। वह काफी समझदार है। लेकिन भारत में नेता को तभी अच्छा समझा जाता है जब वह चालाकी करता है। भारत में ईमानदार नेता को भोला-भाला माना जाता है। मेरा मानना है कि राहुल गांधी बहुत ही योग्य नेता हैं, उनकी एक अलग शैली है। इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष और राहुल गांधी की करीबी माने जाने वाले सैम पित्रोदा ने राम मंदिर को लेकर बड़ा बयान दिया है, जिसकी वजह से वह चर्चा में आ गए हैं। सैम पित्रोदा ने कहा कि आज देश की राजनीति में राम मंदिर और दीये जलाना राष्ट्रीय मुद्दा है, यह मुझे चिंतित करता है। गौर करने वाली बात है कि अगले महीने 22 जनवरी को राम मंदिर का भव्य उद्घाटन होना है, ऐसे में इस कार्यक्रम से पहले सैम पित्रोदा का जिस तरह से बयान सामने आया है, उसकी वजह से वह सुर्खियों में आ गए हैं। अयोध्या में 22 जनवरी को भव्य राम मंदिर का उद्घाटन किया जाएगा। पीएम मोदी को यहां पर आमंत्रित किया गया है, वह यहां भगवान राम की मूर्ति को गर्भगृह में स्थापित करेंगे। वहीं सैम पित्रोदा का कहना है कि अगले साल 2024 में लोकसभा चुनाव होने हैं जोकि देश का भविष्य तय करेगा। आगामी चुनाव यह तय करेंगे कि भारत भविष्य की किस राह पर चलेगा। मैं इसको लेकर चिंतित हूं मैं इस बात को लेकर चिंतित हूं कि धर्म को ज्यादा महत्व दिया जा रहा है। मैं देख रहा हूं कि लोकतंत्र को दबाया जा रहा है। यह मुझे चिंतित करता है कि हर किसी को लगता है कि देश में कुछ भी अच्छा हो रहा है तो वह पीएम मोदी की वजह से हो रहा है।
मुझे इस बात के सिग्नल मिल रहे हैं कि हम गलत दिशा में बढ़ रहे हैं। जब पूरा देश राम मंदिर पर अटका है, राम जन्मभूमि, दिया
जलाओ करता है तो यह मुझे चिंतित करता है। मेरे लिए धर्म काफी निजी मसला है, जबकि राष्ट्रीय मुद्दे शिक्षा, रोजगार, विकास, महंगाई, अर्थव्यवस्था, स्वास्थ्य, पर्यावरण हैं। लेकिन इसके बारे में कोई बात नहीं करता है। पित्रोदा ने कहा कि जो देश धर्म के आधार पर चलते हैं, फिर वो इजराइल हो या पाकिस्तान वो उन देशों से बिल्कुल अलग होते हैं जो लोकतांत्रिक होते हैं, आजाद होते हैं जैसे अमेरिका । राहुल गांधी को लेकर सैम ने कहा कि राहुल गांधी को समझ पाना मुश्किल है क्योंकि भारत में नेताओं को झूठ बोलने वाला, चीजों को तोड़ने-मरोड़ने वाले के तौर पर देखा जाता है। राहुल गांधी युवा हैं, शिक्षित नेता हैं, उनके डीएनए में राजनीति है। वह काफी समझदार है। लेकिन भारत में नेता को तभी अच्छा समझा जाता है जब वह चालाकी करता है। भारत में ईमानदार नेता को भोला-भाला माना जाता है। मेरा मानना है कि राहुल गांधी बहुत ही योग्य नेता हैं, उनकी एक अलग शैली है।